AMBIKAPUR. सरगुजा में जनजाति अधिकार सभा के जरिए बीजेपी ने जनजाति वर्ग को साधने के साथ ही मिशन 2023 का आगाज कर दिया है। सरगुजा में आयोजित बीजेपी की यह अधिकार सभा इसलिए भी बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि सरगुजा संभाग आदिवासी बाहुल्य इलाका है ऐसे में एक तरह से बीजेपी ने इस इलाके में अपनी जमीन तलाशनी शुरू कर दी है।
जनजाति अधिकार सभा से बीजेपी ने हुंकार भरी
सत्ता की सियासत की धूरी माने जाने वाले सरगुजा संभाग में खाली हाथ बीजेपी अब अपने हाथ भरने यानी विधानसभा चुनाव में सीट जीतने का आगाज कर चुकी है। दो दिवसीय कार्यसमिति की बैठक के साथ ही विशाल जनजाति अधिकार सभा के जरिए बीजेपी ने यहां हुंकार भरी। बीजेपी के इस अधिकार सभा में पारंपरिक गीतों का मंचन किया गया। तो वहीं पारंपरिक नृत्य पर आदिवासी झूमते नजर आए।
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सभी नेता पगड़ी लगाए आदिवासी परिधानों में पहुंचे
पगड़ी लगाए सभी नेता आदिवासी परिधान के जरिए आदिवासियों के बीच पहुंचे अधिकार सभा में केंद्रीय राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते मुख्य अतिथि रहे तो वही पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह और रामविचार नेताम ने आदिवासियों को साधते हुए प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने इस अधिकार सभा के जरिए सभी आदिवासी बीजेपी नेताओं को एक मंच पर एक साथ खड़ा किया।
भूपेश सरकार के 4 साल के शासन की तुलना की
जनजाति वर्ग के जरिए सरगुजा में चुनावी बिगुल फूंकने पहुंचे बीजेपी नेताओं ने बीजेपी के 15 साल के शासन और भूपेश सरकार के 4 साल के शासन की तुलना करते हुए कहा कि जितना विकास छत्तीसगढ़ में दिखता है, वह बीजेपी की ही देन है। जबसे प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी हैं तब से आदिवासियों के हित को काटा जा रहा है।
29 सीटों में से बीजेपी सिर्फ 2 पर ही काबिज है
बहरहाल, जनजाति अधिकार सभा के जरिए बीजेपी ने सरगुजा जिले से चुनावी आगाज कर दिया है। चुनावी वर्ष होने के कारण यह संभाग की इस वर्ष की सबसे बड़ी सभा किसी भी पार्टी के द्वारा कहीं जा सकती है। आने वाले समय में इस सभा का कितना असर होता है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा, मगर जिस तरह से प्रदेश में आरक्षण की 29 सीटों में से बीजेपी सिर्फ 2 पर ही काबिज है। ऐसे में साफ है कि इस वर्ग को अपने साथ लेने के लिए बीजेपी आगे भी कवायद करती रहेगी।