JAGDALPUR. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 25 मार्च को एक दिन के दौरे पर बस्तर आ रहे हैं। वे सीआरपीएफ के 84वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल होंगे। इससे पहले पूरे बस्तर में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। दरअसल, शाह के दौरे को लेकर बस्तर में नक्सली संगठन ने विरोध जताया है और इसके लिए सुकमा जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सैकड़ों ग्रामीणों के साथ मिलकर विरोध रैली निकाली है। इस रैली में बड़ी संख्या में नक्सली अत्याधुनिक हथियारों से लैस दिख रहे हैं और नक्सलियों के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण भी गृहमंत्री के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं।
आईजी ने कहा- केंद्रीय गृहमंत्री के बस्तर दौरे से बौखलाए हुए हैं नक्सली
इस विरोध रैली के बीच फोर्स के साथ बस्तर पुलिस को भी पूरी तरह से अलर्ट कर दिया है। इस मामले में आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि केंद्रीय गृहमंत्री के बस्तर प्रवास को देखते हुए नक्सली पूरी तरह से बौखलाए हुए हैं और नक्सलियों की आड़ में ग्रामीण विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस विरोध प्रदर्शन को देखते हुए अंदरूनी इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहीं ग्रामीणों के साथ बड़ी संख्या में मौजूद नक्सलियों की यह विरोध रैली कहां निकाली गई, इसके बारे में भी पड़ताल की जा रही है।
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एयर स्ट्राइक और ड्रोन हमले के खिलाफ ग्रामीण कर रहे विरोध
जानकारी मिली है कि सुकमा-बीजापुर जिले की सीमा क्षेत्र में बड़ी संख्या में कुछ दिन पहले ग्रामीण इकट्ठे हुए थे और गृहमंत्री अमित शाह के प्रवास को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके साथ ही नक्सलियों की मौजूदगी में ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और बस्तर आईजी सुंदरराज पी का पुतला भी फूंका है। नक्सल प्रभावित इलाके के ग्रामीणों के साथ बड़ी संख्या में नक्सली भी मौजूद थे। बताया जा रहा है कि सुकमा जिले के अंदरूनी इलाकों में जनवरी में हुई एयर स्ट्राइक और ड्रोन हमले के खिलाफ ग्रामीण प्रधानमंत्री और गृहमंत्री का विरोध कर रहे हैं और इसके लिए उनके प्रवास को देखते हुए अपना विरोध जता रहे हैं।