JAGDALPUR. रावघाट-जगदलपुर रेल लाइन परियोजना को जल्द पूरा करने की मांग करते हुए बस्तर रेल आंदोलन समिति ने 9 मई को बस्तर बंद का ऐलान किया है। इस बीच, बीजेपी के नेताओं के एक प्रतिनिधि मंडल ने दिल्ली ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की। रेल मंत्री ने इस परियोजना को शीघ्र पूर्ण करने का आश्वासन एक बार फिर बीजेपी के प्रतिनिधि मंडल को दिया है। बीजेपी प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप ने जगदलपुर स्थित बीजेपी कार्यालय में पत्रकार वार्ता कर रेल मंत्री के साथ हुई चर्चा को लेकर जानकारी दी है।
केंद्रीय रेल मंत्री वैष्णव का आश्वासन
केदार कश्यप ने बताया कि जुलाई तक डीपीआर की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। दोनों छोर से रावघाट-जगदलपुर रेल लाइन परियोजना को पूरा करने का काम किया जाएगा। बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार, 4 मई को दिल्ली में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की थी। इसमें उन्होंने 140 किलोमीटर लंबी रावघाट-जगदलपुर रेलवे लाइन के शीघ्र निर्माण हेतु सहमति दी, जिसमें दोनों ओर से रेल लाइन का निर्माण आरंभ किया जाएगा।
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रेल मंत्री का आश्वासन, बंद वापस ले समिति
केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस रेल लाइन परियोजना का डीपीआर जुलाई 2023 तक करने का आश्वासन दिया है। केदार कश्यप ने रेल आंदोलन समिति के 9 मई को बंद के ऐलान को लेकर कहा कि रेल मंत्री के आश्वासन के बाद आंदोलन समिति के सदस्यों को बंद वापस ले लेना चाहिए। बंद अब औचित्यहीन है। गौरतलब है कि बस्तर संभाग प्रभारी संतोष पाण्डेय, बीजेपी प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप, पूर्व विधायक संतोष बाफना सहित प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली में केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से की मुलाकात की थी और रावघाल-जगदलपुर रेल परियोजना को अति शीघ्र पूरा करने की मांग रखी थी।
2019 से बंद है यह ट्रेन
बता दें कि बस्तर से रायपुर के लिए सीधी रेल सेवा की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 10 अक्टूबर 2012 को जगदलपुर से दुर्ग के लिए सप्ताह में तीन दिन एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन शुरू किया गया था। उक्त ट्रेन का परिचालन फरवरी 2019 से बंद है। इसे दोबारा संशोधित समयसारिणी के साथ शुरू करने की मांग भी उठी है। साथ ही किरंदुल-विशाखापटनम नाइट एक्सप्रेस का नाम मां दंतेश्वरी एक्सप्रेस, किरंदुल-विशाखापटनम पैसेंजर स्पेशल ट्रेन का नाम बस्तर-विशाखापटनम और जगदलपुर-राउरकेला एक्सप्रेस का नाम दंडकारण्य एक्सप्रेस रखने से की मांग की गई है।