बस्तर कलेक्टर-एसपी ने नेताओं से कहा- नक्सल इलाके में जाएं तो पहले बता दें, ताकि दे सकें सुरक्षा

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The Sootr CG
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बस्तर कलेक्टर-एसपी ने नेताओं से कहा- नक्सल इलाके में जाएं तो पहले बता दें, ताकि दे सकें सुरक्षा

JAGDALPUR. बीजेपी नेताओं की सिलसिलेवार हत्या के बाद हरकत में आए सीएम भूपेश बघेल ने एक दिन पहले ही डीजीपी को बस्तर में कानून व्यवस्था को लेकर बैठक करने के निर्देश दिए थे। जिसका इसका असर एक दिन बाद ही हो गया है। मंगलवार को जगदलपुर में बस्तर कलेक्टर और एसपी ने जिले के सभी प्रमुख दलों के नेताओं व पदाधिकारियों की बैठक ली और साफ कहा कि संवेदनशील नक्सल प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हों या कोई आयोजन की तैयारी है तो पहले ही पुलिस को बता दें, ताकि सुरक्षा उपलब्ध कराने समेत अन्य तैयारियां की जा सकें। इस पहल को नेताओं ने भी सराहा और हामी भरी।



बीजेपी के चार नेताओं की नक्सलियों ने की थी हत्या



बता दें कि पिछले करीब एक से डेढ़ सप्ताह की अवधि में बीजेपी के चार प्रमुख पदाधिकारियों की नक्सलियों ने हत्या की है। गहराई में जाएं, तो असल कारण ये सामने आया कि ये बस्तर के उन अंदरूनी इलाकों में पहुंचे थे, जहां नक्सल गतिविधियां बड़े पैमाने पर होती हैं और नेता उनके सॉफ्ट टारगेट में होते हैं। हालांकि, पहले नेता इस बात को लेकर गंभीर रहते थे और‍ बिना सुरक्षा के उन जगहों पर जाने से परहेज करते थे। बीते कुछ साल में नक्सल गतिविधियां कम हुई हैं। फोर्स और पुलिस के प्रभाव से बड़ा क्षेत्र नक्सल मुक्त भी हो गया है। इससे नेताओं का भी हौसला बढ़ गया है, जिसका नतीजा ये हो रहा है कि वे बेफिक्र होकर ऐसे इलाकों में भी बिना सुरक्षा के पहुंच जा रहे हैं। इसके साथ ही सरकार व पुलिस की भी नाकामी से इसे जोड़कर देखा जा रहा है। बीजेपी ने जब इसे मुद्दा बनाया तो राज्य सरकार भी पशोपेश में पड़ गई और सीएम बघेल ने डीजीपी अशोक जुनेजा से चर्चा की। जिसके बाद डीजीपी ने बस्तर संभाग के सभी पुलिस अफसरों को सुरक्षा की समीक्षा करते हुए सर्वदल के नेताओं की भी बैठक लेने के निर्देश दिए,वहीं प्रशासनिक स्तर पर भी पहल हुई।



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जगदलपुर में इस तरह हुई चर्चा



कलेक्टर चंदन कुमार और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेंद्र मीणा ने जिले के सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से सुरक्षा और कानून व्यवस्था के लिए चर्चा की। उन्होंने धरना-प्रदर्शन, रैली, आमसभा के आयोजन से पहले अनुमति लेने, वीआईपी प्रवास और संवेदनशील क्षेत्रों में प्रवास की सूचना समय रहते देने का आग्रह किया। साथ ही कहा, इससे सभी जरूरी व्यवस्था की पूर्ण तैयारी किया जा सकेगा। बैठक में मौजूद राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भी प्रशासन के इस संवाद की पहल की सराहना की।



जनप्रतिनिधियों ने की ये मांगें



विभिन्न पार्टियों के पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने कलेक्टर व एसपी के सुझाव पर न सिर्फ सहमति दी, बल्कि अपनी ओर से कुछ मांगें भी रख दीं। इसमें उन्होंने जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा बढ़ाने, जगदलपुर शहर में धरना स्थल को परिवर्त‍ित करने, जनसभा के लिए स्थल चिन्हांकन करने और कानून व्यवस्था के लिए संपर्क नंबर जारी करने की मांग की। इन मांगों को तत्काल मान लिया गया और जल्द इस पर पहल करने की बात कलेक्टर व एसपी ने कही।


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