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शिवम दुबे, Raipur. कल यानी 25 मई को छत्तीसगढ़ झीरम कांड को 10 साल पूरे होने वाले हैं। ठीक उससे पहले कांग्रेस ने बीजेपी पर एक के बाद एक कई सवाल दागे हैं। बीजेपी के 8 सवालों में से एक सवाल यह भी है कि किस नेता या किस अधिकारी ने यात्रा की सुरक्षा हटाने को कहा था? सवाल उठाते हुए कांग्रेस में तीन मांग भी रखी है जिसमें जांच एसआईटी को सपने पूर्व सीएम रमन सिंह के नार्को टेस्ट की बात कही गई है।
कांग्रेस के 8 सवाल
1. बीजेपी बताए कि कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा की सुरक्षा को घोर नक्सल इलाकों से क्यों हटा दिया गया था? यात्रा की सुरक्षा हटाने के आदेश किस अधिकारी ने दिया था? यात्रा की सुरक्षा हटाने के लिये किस नेता ने अधिकारी से कहा था?
2. झीरम शहीदों के पीड़ित परिवार उस समय सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे विधानसभा में घोषणा के बाद भी रमन सरकार ने सीबीआई जांच की अनुशंसा क्यों नहीं किया था?
3. झीरम के पीड़ित परिवारों को तत्कालीन गृहमंत्री राजनाथ सिंह मिलने के लिये क्यों रोक दिया गया था?
4. एनआईए ने रमन सिंह, तत्कालीन गृह मंत्री से पूछताछ क्यों नहीं किया?
5. रमन सरकार के समय न्यायिक जांच के लिये गठित न्यायिक आयोग के जांच के बिन्दु में राजनैतिक षड़यंत्र को क्यों नहीं जोड़ा गया था?
6. एनआईए ने झीरम की जांच को बंद कर दिसंबर 2018 के पहले ही क्लोजर रिपोर्ट लगा दिया था जैसे ही कांग्रेस की सरकार झीरम की जांच के लिये एसआईटी का गठन किया, आनन-फानन में एनआईए ने जांच क्यों शुरू कर दिया? एनआईए झीरम की फाइल एसआईटी को क्यों नहीं दे रही है?
7. कांग्रेस की सरकार ने जब जीरम न्यायिक आयोग का कार्यकाल बढ़ाया तो तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक हाई कोर्ट से स्टे क्यों लेकर आये थे? धरमलाल कौशिक क्यों जीरम की जांच रोकना चाहते है?
8. एनआईए ने नक्सलवादी नेता गणपति और रमन्ना से पूछताछ क्यों नहीं किया?
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कांग्रेस की मांग
1. एनआईए झीरम मामले की फाइल एसआईटी को सौंपे ताकि एसआईटी इसकी जांच कर सकें।
2. परिवर्तन यात्रा की सुरक्षा क्यों हटाया इसको जानने के लिये जीरम हमले के समय मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह एडीजी नक्सल मुकेश गुप्ता तत्कालीन पदस्थ उच्च अधिकारियों का नार्को टेस्ट होना चाहिये।
3. जांच एजेंसी एनआईए रमन सिंह एवं अन्य का नार्को टेस्ट कराये या एनआईए राज्य सरकार द्वारा झीरम की जांच के लिये गठित फाइल वापस करें ताकि एसआईटी नार्को टेस्ट करवा सके।
शहीदों पर स्तरहीन बयानबाजी- कांग्रेस
कांग्रेस का कहना है कि झीरम शहादत की 10वीं वर्षगांठ के समय बीजेपी नेताओं ने जिस तरह की बयानबाजी की है, बेहद ही स्तरहीन और आपत्तिजनक है। प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, बीजेपी प्रवक्ता अजय चंद्राकर ने झीरम मामले में बयानबाजी कर बीजेपी बेशर्म चरित्र को प्रदर्शित किया है। झीरम घाटी हमला एक ऐसा हत्या कांड था जिसने कांग्रेस के नेतृत्व की एक पूरी पीढ़ी को ही समाप्त कर दिया था। स्वतंत्र भारत में हुई दुर्दान्त और हृदय विदारक घटना भारतीय जनता पार्टी के शासन काल में डॉ. रमन सिंह के राज में घटित हुई थी। इस क्रूर हत्याकांड के लिये भाजपा और उसकी राज्य सरकार जिम्मेदार है।