KANKER/RAIPUR. छत्तीसगढ़ के भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव का मैदान साफ हो चुका है। नाम वापसी के अंतिम दिन 14 लोगों ने अपना नामांकन वापस ले लिया। इसके बाद अब कांग्रेस की सावित्री मंडावी और बीजेपी के ब्रह्मानंद नेताम सहित सात उम्मीदवारों के बीच ही मुकाबला होगा। इस बीच, प्रदेश कांग्रेस ने भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव के संचालन के लिए समिति का गठन कर लिया है। कांकेर की प्रभारी मंत्री अनिला भेड़िया, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू और आबकारी मंत्री कवासी लखमा यहां चुनावी मोर्चा संभालेंगे। इसके अलावा संचालन समिति ने तीन विधायकों और दो सांसदों सहित 19 नेताओं को भी बड़ी जिम्मेदारी दी है। इससे पहले कांग्रेस अपने 43 विधायकों सहित करीब 70 नेताओं को सेक्टर प्रभारी बनाकर चुनावी मैदान में तैनात कर चुकी है।
कांग्रेस की चुनाव संचालन समिति
दरअसल, प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री संगठन अमरजीत चावला ने चुनाव संचालन समिति की घोषणा की। इसमें तीन मंत्रियों के अलावा बस्तर सांसद दीपक बैज और राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेताम को रखा गया है। उनके अलावा बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल, कांकेर विधायक शिशुपाल शोरी और अंतागढ़ विधायक अनूप नाग को भी चुनाव संचालन समिति में रखा गया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और कांकेर के जमीनी नेता राजेश तिवारी, प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, प्रदेश महामंत्री रवि घोष को भी संचालन समिति का सदस्य बनाया गया है।
प्रदेश कांग्रेस के जिला प्रभारी पियूष कोसरे के अलावा युवा कांग्रेस, एनएसयूआई और कांग्रेस सेवा दल के प्रदेश अध्यक्षों को भी समिति में पदेन शामिल किया गया है। इस समिति में कांकेर की जिलाध्यक्ष सुभद्रा सलाम, जिला पंचायत अध्यक्ष हेमंत ध्रुव और चुनाव में टिकट के दावेदार रहे बीरेश ठाकुर को भी जिम्मेदारी मिली है। यह चुनाव संचालन समिति उप चुनाव में प्रचार अभियान की रणनीति और क्रियान्वयन की निगरानी करेगी।
39 ने दाखिल किया नामांकन, 18 रद्द, 14 ने नाम वापस लिए
निर्वाचन कार्यालय से बताया गया कि उप चुनाव के लिए कुल 39 लोगों ने नामांकन दाखिल किया था। स्क्रूटनी के बाद 18 लोगों का नामांकन रद्द हुआ। 18 नवम्बर को 21 नामांकन को वैध घोषित करते हुए सूची जारी हुई थी। उस दिन 14 निर्दलीय दावेदारों ने अपना नाम वापस ले लिया। इनमें अर्जुन सिंह, अयुनाराम ध्रुव, गौतम कुंजम, जीवन राम ठाकुर, दुर्योधन दर्रो, देवप्रसाद जुर्री, नागेश कुमार महला, प्रमेश कुमार टेकाम, बलराम तेता, महात्मा कुमार दुग्गा, रेवतीरमन गोटा, रोहित कुमार नेताम, लक्ष्मीकांत गावड़े और सेवालाल चिराम का नाम शामिल है। अब चुनाव मैदान में सात उम्मीदवार बच गए हैं।
अब कांग्रेस-बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला
भानुप्रतापुर विधानसभा का उप चुनाव कांग्रेस विधायक मनोज मंडावी के निधन की वजह से हो रहा है। 16 अक्टूबर को सुबह दिल का दौरा पड़ने की वजह से मंडावी का निधन हो गया था। कांग्रेस ने मनोज मंडावी की पत्नी सावित्री मंडावी को मैदान में उतारा है। वहीं कांग्रेस ने एक बार पहले भी विधायक रह चुके ब्रह्मानंद नेताम पर दावं लगाया है। दोनों के प्रत्याशियों ने 17 नवम्बर को नामांकन किया था। उसके बाद से दोनों दलों के वरिष्ठ नेता भानुप्रतापपुर और कांकेर में डेरा डाले हुए हैं। माना जा रहा है कि इस चुनाव का प्रमुख मुकाबला इन्हीं दो दलों के बीच होगा।