RAIPUR. भानुप्रतापपुर विधानसभा में उपचुनाव का ऐलान होते ही बीजेपी-कांग्रेस में टिकट के लिए दावेदारी शुरू हो गई है। इस बीच विधानसभा उपाध्यक्ष और विधायक स्वर्गीय मनोज मंडावी की पत्नी सावित्री मंडावी को कांग्रेस से टिकट मिलना लगभग तय है।सावित्री के अलावा कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष बीरेश ठाकुर का नाम भी सामने आया, वहीं ललित नरेटी भी कांग्रेस से प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। बीजेपी की तरफ से ब्रह्मानंद नेताम को पार्टी से टिकट मिलने के संकेत मिले हैं। हालांकि बीजेपी वरिष्ठ नेता देवलाल दुग्गा का भी चर्चा में है। अब देखना होगा कि ये पार्टियां किसे अपना अधिकृत प्रत्याशी बनाएंगी। बता दें कि 5 दिसंबर को भानुप्रतापपुर विधानसभा में उपचुनाव होना है। 17 नवंबर को उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया जाएगा। वही 8 दिसंबर को उपचुनाव के नतीजे आएंगे।
सरकारी नौकरी छोड़ चुकी हैं सावित्री मंडावी
भानुप्रतापपुर विधायक और विधानसभा उपाध्यक्ष रहे मनोज मंडावी की पत्नी सावित्री मंडावी ने सरकारी नौकरी से इस्तीफा दे दिया है। सावित्री मंडावी रायपुर में कटोरा तालाब के सरकारी स्कूल में व्याख्याता के पद पर तैनात थीं। सावित्री मंडावी ने कहा है कि मैं विधानसभा के कार्यकर्ताओं की भावनाओं का सम्मान करती हूं, वे कहेंगे तो मैं चुनाव लड़ना चाहती हूं। सावित्री मंडावी ने कहा कि क्षेत्र का विकास ही मेरी पहली प्राथमिकता होगी। बता दें कि मनोज मंडावी के निधन के बाद यह सीट खाली हो गई थी, बीते दिन ही चुनाव आयोग ने इस सीट पर चुनाव कराने का आदेश जारी किया है।
कांग्रेस की है परंपरागत सीट,2 बार मिली है हार
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट आदिवासी बाहुल्य इलाका है। यहां पर पिछले 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। वैसे तो भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट को कांग्रेस की परम्परागत सीट माना जाता रहा है, लेकिन छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद पार्टी को दो बार यहां हार का सामना करना पड़ा था। पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ बगावत के कारण ही दोनों बार हार मिली थी।