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BHILAI. शहर में हत्या का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। शेयर ट्रेडिंग का बिजनेस करने वाले युवक को उसके मुंहबोले मामा ने मार डाला। इतना ही नहीं, उसकी लाश के 9 टुकड़े कर अलग-अलग हिस्सों को नदी और फिर जंगल में फिंकवा दिया। दरअसल, पूरी वारदात को पैसे के लेनदेन से जुड़े विवाद के बाद अंजाम दिया गया है। इस मामले में पुलिस ने मृतक के मुंहबोले मामा समेत 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
बीते अक्टूबर से लापता था व्यापारी भांजा
भिलाई के स्मृति नगर में किराए के मकान में रहने वाला नीलेश डेहरे शेयर ट्रेडिंग का व्यापार करता था। वह बीते अक्टूबर महीने से लापता था। परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की पर कुछ पता नहीं चला। तब थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने अपहरण की आशंका पर अपराध दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की। इस बीच पुलिस ने नीलेश की कॉल डिटेल निकलवाई। इसमें उसकी अंतिम लोकेशन सिमगा में मिली। इसके बाद यहां के उसके परिचितों का पता लगाया गया और आशंका जताई गई कि उन्हीं में से किसी के साथ उसके गायब होने का तार जुड़ा होगा। इसी आधार पर पूछताछ की गई तो मामला उजागर हो गया। तब नीलेश के मुंहबोले मामा सिमगा निवासी मोंटू को हिरासत में लिया और उससे सख्ती से पूछताछ की गई। तब उसने नीलेश की हत्या करने और उसकी लाश ठिकाने लगाने का खुलासा हुआ। साथ ही इस वारदात में शामिल 6 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने व्यपारी नीलेश की हत्या करने के बाद सबूत मिटाने के लिए उसके शरीर को नौ अलग-अलग टुकड़ों में काट दिया। फिर उन्हें तीन बोरियों में भर दिया। कुछ हिस्से को शिवनाथ नदी में बहाया गया तो कुछ को महासमुंद के जंगली इलाके में ले जाकर फेंक दिया गया।
पैसों को लेकर था विवाद
पुलिस ने आरोपियों से पूछा कि उन्होंने किस वजह से नीलेश की हत्या की है और ऐसी बर्बरता क्यों की गई। तब पता चला कि मोंटू आपराधिक प्रवृत्तियों में लिप्त रहता है। उससे नीलेश ने करीब डेढ़ लाख रुपये लिए थे। इसी रुपये के लेन-देन को लेकर उनके बीच विवाद था। इसी बात को लेकर उसने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया था।
इनकी की गई गिरफ्तारी
हत्या के इस मामले में पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनमें अमरजीत उर्फ मोन्टू पिता कृष्णा महेश्वरी, हरेंद्र उर्फ फोकली पिता कृष्णा महेश्वरी, वरुण सोनकर पिता भगत राम सोनकर, भोजराम निषाद पिता पुरुषोत्तम निषाद, मनीष राव गायकवाड़ पिता संतोष राव, भूपद साहू पिता गणेश साहू शामिल हैं। इन आरोपियों ने मोटिवेशन गैंग नाम से अपना गिरोह बना लिया था, जिसका सरगना मोंटू ही था। ये इलाके में मारपीट, छेड़छाड़, शराब बेचने जैसी गतिविधियों में शामिल रहा था।