Balrampur। कहीं काम नहीं हुआ तो कहीं काम की रफ़्तार ढीली, तो कहीं काम पूरा हुए बग़ैर कलेक्टर को रिपोर्ट दे दी गई कि, काम पूरा हो गया, कहीं काम पूरा हुआ भी तो गुणवत्ता के मानक दरकिनार हो गए, इन मसलों को लेकर बलरामपुर लोक निर्माण विभाग के शीर्ष अधिकारी से लेकर सब इंजीनियर समेत 11 अधिकारियों के वेतन आहरण पर कलेक्टर कुंदन कुमार ने रोक लगाते हुए शो कॉज जारी कर दिया है।
इन पर हुई कार्यवाही
पीडब्ल्यूडी के जिन 11 अधिकारियों पर कार्यवाही की गाज गिरी है, उनमें एन एक्का कार्यपालन अभियंता,सब इंजीनियर आर के गुप्ता,हुबलाल अहिंद,छवि साहू,कैश आज़म,बेंजामिन तिर्की,अजय कुर्रे,उदय कुमार पटेल तथा तीन एसडीओ जिनमें विजय भारती, जे के तिग्गा और लावण्य पुष्प परगनिहा शामिल हैं।
क्यों बरती गई है सख़्ती
इस सख़्ती के पीछे जो वजह है वह है समयावधि में काम का ना होना, काम का गुणवत्ताहीन होना और काम ना होते हुए भी रिपोर्ट दे देना कि काम पूरा हो गया है। पीडब्ल्यूडी के पास विभिन्न शासकीय निर्माण के काम हैं जिनमें कई राज्य सरकार की फ़्लैगशिप योजनाओं का हिस्सा हैं। इसके साथ साथ निविदा प्रक्रिया में भी गड़बड़ी मिल गई है।पूरे मामले का खुलासा भी तब हुआ जबकि टेंडर मसले की पड़ताल के लिए खुद कलेक्टर ने पीडब्ल्यूडी कार्यालय में छापा मार दिया।टेंडर गड़बड़ी के मामले में पृथक से जाँच दल गठित किया गया है।इस जाँच दल में जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता आर के पांडेय और ज़िला कोषालय अधिकारी संतोष सिंह शामिल हैं।
रोज़ निर्माण कार्य की फ़ोटो भेजेंगे
कलेक्टर कुंदन कुमार ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को यह निर्देश भी दिए हैं कि, निर्माणाधीन कार्यों की नियमित प्रगति के लिए रोज़ तस्वीरें भेजें, ताकि निगरानी और प्रगति मूल्यांकन के लिए सहायता हो।