Bilaspur. बिलासपुर के कानन पेंडारी में 14 दिसंबर को शूट आउट में हिस्ट्रीशीटर संजू त्रिपाठी उर्फ प्राणनाथ त्रिपाठी की हत्या की गई थी, हत्यारों का तो सुराग नहीं लगा लेकिन पुलिस ने मृतक के पिता जयनारायण त्रिपाठी को हिरासत में लिया है, वहीं संजू त्रिपाठी के फरार छोटे भाई कपिल त्रिपाठी की तलाश जारी है।
9 राउंड गोलियां चलीं,बचने या संभलने का मौका नहीं मिला
बुधवार को शाम साढ़े चार बजे संजू त्रिपाठी उर्फ प्राणनाथ त्रिपाठी अपने फॉर्म हाउस से लौट रहे थे तो सकरी चौक पर 2 कार में आए बदमाशों ने गोलियां बरसा दीं। नौ राउंड गोलियां चलीं। संजू त्रिपाठी की कार ब्रेकर पर धीमी हुई थी, हत्यारे जिन दो कार में सवार थे, उनमें एक कार संजू त्रिपाठी के पीछे जबकि एक विपरीत दिशा में थी। दोनों ही गाड़ियों से उतरे बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की। बदमाशों ने संजू को बचने या संभलने का मौका नहीं दिया। इससे संजू त्रिपाठी ने कार में ही दम तोड़ दिया।
हत्या का था आरोपी, NSA की भी हुई थी कार्रवाई
संजू त्रिपाठी की हत्या जिस तरीके से हुई उसने तो सनसनी फैलाई है, लेकिन संजू त्रिपाठी की अपनी शख्स्यित जिस तरह की थी उससे भी इस हत्याकांड को लेकर काफी हलचल है। संजू के खिलाफ पहला केस सोलह साल की उम्र में दर्ज हुआ था।1992 से 2022 तक संजू के खिलाफ सिविल लाइन थाने समेत कई थानों में लगातार अपराध दर्ज होते रहे हैं। मृतक का जमीन संबधी काम था और अपराधिक इतिहास की वजह से उसका प्रभाव था। मृतक के खिलाफ हत्या का मामला भी दर्ज था, हालांकि गवाह ना मिलने की वजह से बरी हो गया था। मृतक के खिलाफ NSA की कार्रवाई भी चुकी है।
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पिता और भाई रडार पर क्यों
पुलिस के पास पुख्ता सबूत हैं कि, मृतक संजू त्रिपाठी का सबसे गंभीर विवाद परिवार में ही चल रहा था। जमीन के किसी मसले को लेकर यह विवाद गहरा गया था। इस विवाद को लेकर संजू के खिलाफ उसके भाई कपिल त्रिपाठी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार संजू त्रिपाठी के अपराधिक दुस्साहस से परिवार भी सहम गया था।
एसपी पारुल ने कहा
न्यायाधानी में हुई हत्या के मामले को लेकर एसपी माथुर ने द सूत्र से कहा “हमें कुछ महत्वपूर्ण लिंक मिले हैं। हत्या के पीछे पारिवारिक विवाद सामने आ रहा है। पूछताछ जारी है, जल्द ही पुलिस मामले का खुलासा करेगी।”
घटना के बाद सियासत तेज
न्यायधानी बिलासपुर राजनैतिक रुप से मेन जगह मानी जाती है। इस घटना को लेकर बीजेपी ने कानून व्यवस्था के मसले को लेकर राज्य सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। डॉ रमन सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, उसके कत्ल पर मैं भी चुप था मेरा नंबर अब आया,मेरे कत्ल पर आप भी चुप हैं अगला नम्बर आपका है। भूपेश बघेल के राज में न्यायधानी, गोलीबारी का अड्डा और शांति का टापू छत्तीसगढ़ अपराधगढ है, यहां दिन दहाड़े सड़क पर नेता सुरक्षित नहीं हैं। अब जनता खुद सोचे कि उनकी सुरक्षा क्या होगी?”
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, पूर्व नेता प्रतिपक्ष धर्मलाल कौशिक ने भी खुलेआम थाने के पास गोली चलाए जाने को लेकर कहा कि, अब अपराधियों को पुलिस का जरा भी खौफ नहीं रह गया है।
एक सियासत यह भी
मृतक संजू त्रिपाठी को लेकर कांग्रेस के भीतरखाने सियासत चल रही है। संजू की गाड़ी पर महामंत्री कांग्रेस का बोर्ड लगा था। लेकिन पीसीसी के मीडिया विभाग ने संजू के पदाधिकारी होने से इंकार किया है। जबकि एक लिस्ट वायरल है जिसमें संजू त्रिपाठी का नाम जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण बिलासपुर के पदाधिकारियों की सूची में मौजूद है।13 फरवरी 2021 को यह सूची प्रभारी महामंत्री रवि घोष के साइन से जारी हुई थी।