शिवम दुबे, RAIPUR. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में साइंस कॉलेज के पास चौपाटी हटाओ की मांग को लेकर भाजपा का अनिश्चितकालीन धरना 14 जनवरी को खत्म हो गया। केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी की ओर से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की जांच के आश्वासन के बाद बीजेपी ने धरना स्थगित करने का फैसला लिया। धरनास्थल पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, प्रदेश भाजपाध्यक्ष अजय साव और नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल पहुंचे। इसके बाद धरना खत्म करने की घोषणा की गई। पिछले दिनों से चल रहे इस धरना प्रदर्शन में बयानबाजी, मशाल रैली, हवन और नुक्कड़-नाटक सहित तमाम तरीके से विरोध किया गया है।
ये थे बीजेपी के आरोप
बीजेपी यह आरोप लगा रही है एजुकेशनल हब के नाम पर स्मार्ट सिटी रायपुर अवैध निर्माण कर रही है। अनिश्चितकालीन धरना के साथ-साथ राजेश मूणत हाई कोर्ट पर भी याचिका दायर कर चुके हैं। याचिका में इस पूरे निर्माण को अवैध घोषित करने की और स्टे आर्डर की बात कही गई है। सुनवाई में हाईकोर्ट ने स्मार्ट सिटी लिमिटेड रायपुर को 7 दिन में जवाब देने के लिए समय दिया है। मामले की अगली सुनवाई सोमवार यानी 16 जनवरी को होनी है।
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केंद्र से जांच टीम आएगी
अनिश्चितकालीन धरने के बीच में ही बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल दिल्ली में केंद्रीय मंत्री से मुलाकात करने पहुंचा था। वहां शिकायत भी की थी। भाजपा नेताओं का कहना है कि जल्दी इस पूरे मामले पर केंद्र से जांच टीम आएगी। बता दें कि पूरे धरने के दौरान पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने सख्ती से इस पूरे मामले का दिन रात विरोध किया है।
केंद्रीय मंत्री से मिला जांच का भरोसा: रमन सिंह
भाजपा के इस अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन में समय-समय पर भाजपा के सभी दिग्गज नेता मौजूद रहे हैं। 14 जनवरी को जब इस प्रदर्शन को एक स्थगित करने की बारी आई तो एक बार फिर प्रदेश भाजपा का शीर्ष नेतृत्व धरना स्थल पर पहुंचा। इस धरने में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह भी पहुंचे। उन्होंने कहा कि शहरी विकास मंत्रालय के मंत्री हरदीप पुरी ने जांच का भरोसा दिलाया है। जल्दी केंद्र से एक जांच की टीम आएगी और इस पूरे मामले में जांच करेगी। तभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सकेगी। फिलहाल भारतीय जनता पार्टी अन्य जनता विरोधी मुद्दों को लेकर शहर में भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करती रहेगी।