RAIPUR. बिरनपुर में हुई हिंसा पर सियासत खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। आज भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर से कांग्रेस पर निशाना साधा कि उनकी पार्टी के नेताओं को बिरनपुर जाने नहीं दिया जा रहा है और मुख्यमंत्री, मंत्री और कांग्रेस के विधायकों को बिरनपुर जाने की फुर्सत नहीं है।
मुख्यमंत्री भूपेश आज बेमेतरा सलधा गांव पहुंचे
बता दें कि बिरनपुर की घटना के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज बेमेतरा के गांव सलधा पहुंचे। जहां वे पंचकुंडी रूद्र महायज्ञ एवं शिव पुराण कथा में शामिल हुए। बेमेतरा जाकर भी दंगा ग्रसित गांव बिरनपुर ना जाने पर भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर से मुख्यमंत्री और कांग्रेस पर निशाना साधा।
बिरनपुर के मामले में कांग्रेस डरी और घबराई हुई हैः बृजमोहन
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने तंज कसते हुए कहा कि बिरनपुर के मामले में कांग्रेसी डरी और घबराई हुई है। वहां के मंत्री रविंद्र चौबे नहीं गए, गृह मंत्री नहीं गए, प्रभारी मंत्री भी नहीं गए, मुख्यमंत्री बेमेतरा जाकर वापस आ जाते हैं यहां तक कि स्थानीय नेता भी बिरनपुर नहीं गए। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है सरकार गिल्टी से ग्रसित है, बहुसंख्यक समाज की नाराजगी इनको भारी पड़ेगी। उन्होंने तो पुलिस के द्वारा एक विशेष समुदाय के दो लोगों की हत्या के आरोप में पकड़े गए आरोपियों की फोटो सार्वजनिक करने पर भी आपत्ति जताई।
यह खुबर भी पढ़ें
रायपुर में नुक्कड़ सभा; मरकाम ने कहा- मोदी सरकार को ले जा रहे जनता के बीच, 19-20 अप्रैल को बैठक
पीड़ितों से मिलने के नाम पर बीजेपी ने वहां दंगा फैलायाः शुक्ला
इस पर कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि पीड़ित परिवारों से मिलने के नाम पर भारतीय जनता पार्टी ने वहां जाकर दंगा फैलाया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने अपने सामने घर में आग लगवाई। मुख्यमंत्री पीड़ित परिवार से बात कर चुके हैं, करवाई हो रही है। मंत्री रविंद्र चौबे पीड़ित परिवार से जाकर मुलाकात कर चुके हैं। भाजपा स्मृति लोप का शिकार है, राजनीतिक मुद्दा बना रही है।
बिरनपुर के मामले में हर दिन सियासत गरमा रही है
बहरहाल जिस तरह से बिरनपुर के मामले में हर दिन सियासत गरमा रही है और सत्ता पक्ष-विपक्ष के लोग एक दूसरे को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। उससे ऐसा लगता है कि ये मुद्दा आने वाले दिनों में और गरमाएगा और संभव है कि आने वाले विधानसभा चुनाव तक भी ये मुद्दा बना रहे।