Raipur.आरक्षण विधेयक मसले पर राज्यपाल के द्वारा हस्ताक्षर नहीं किए जाने को केंद्र बनाकर कांग्रेस की आयोजित रैली को बीजेपी ने फ़्लॉप शो बताया है। बीजेपी ने अपने दावे के समर्थन में कई वीडियो जारी किए हैं। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कांग्रेस की जन अधिकार रैली को महाफ्लॉप करार दिया है। वहीं करारे तंज डॉ रमन सिंह और अजय चंद्राकर के सोशल मीडिया एकाउंट पर तो हैं ही। पहली बार छत्तीसगढ़ बीजेपी के संगठन प्रभारी अजय जामवाल ने भी तीखे सवालों से लैस पोस्टर ट्विटर पर जारी किया है जो सीएम भूपेश बघेल को संबोधित है।
क्या है मसला
आरक्षण विधेयक पर कांग्रेस ने जन अधिकार रैली का आयोजन किया था। आरक्षण विधेयक विधानसभा में पारित होने के बाद जबकि राज्यपाल के पास विषय आया तो उन्होंने क्लांटिफाएबल डाटा आयोग समेत कई मसलों का ज़िक्र करते हुए दस प्रश्न राज्य सरकार को भेज दिए। जबकि इसका जवाब राज्य सरकार ने दिया तो राजभवन ने जवाब को ख़ारिज करते हुए इन्हें प्रश्नों से दूर बताया। राजभवन ने इसी दौरान राज्यपाल राजभवन और विधि सलाहकार को लेकर की गई टिप्पणियों पर नाराज़गी भी जताई। राजभवन ने मुख्यमंत्री बघेल के इस दावे को भी सिरे से ख़ारिज कर दिया जिसमें उन्होंने यह कहा था कि, क्वांटिफाएबल डाटा आयोग की रिपोर्ट राज्यपाल को भेजी जा चुकी है। बढ़ते गतिरोध के बीच इस मामले को लेकर बड़े प्रदर्शन का ऐलान सीएम बघेल ने कर दिया गया। दावा किया गया कि, लाखों की संख्या में लोग जुटेंगे। खबरें हैं कि इसके लिए विधायकों को भीड़ लाने का टार्गेट भी दिया गया। कांग्रेस की ओर से दावा था कि, यह भीड़ उस वर्ग की होगी जो आरक्षण विधेयक में लाभान्वित होगा।
क्या कह रही है BJP
इस मसले को लेकर बीजेपी ने सभा स्थल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया है। इस वीडियो में कुर्सियाँ ख़ाली दिख रही हैं। बीजेपी छत्तीसगढ़, डॉ रमन सिंह और अजय चंद्राकर समेत बीजेपी के कई दिग्गजों ने इस वीडियो को शेयर किया है। लेकिन पूरे आक्रामक तेवर से पहली बार बीजेपी के संगठन मंत्री अजय जामवाल का ट्विट भी सामने आया है। अमूमन अजय जामवाल का ट्विटर हैंडल सांगठनिक कार्यों या मंदिर पूजास्थल पर प्रवास कि ही जानकारी देता है। अजय जामवाल ने ट्विटर अकाउंट पर हैशटैग के साथ ट्विट किया
“जब-जब प्रदेश में कोई संकट आया है, आदिवासी समाज खुलकर प्रदेश की रक्षा के लिये सामने आया है। उन आदिवासियों के आरक्षण को छीनकर उनका अपमान क्यों चाहती है यह कांग्रेस शासन?भूपेश जी, अपने शासन के इस आदिवासी विरोधी मानसिकता का कारण बताएं।#कांग्रेसहटाओसंविधान_बचाओ”
इसके बाद अजय जामवाल ने पोस्टर शेयर करते हुए ट्विट किया
“भूपेश जी और कितना गिरोगे और कहां तक,आदिवासीयों के हितैषी होने का बंद करो नाटक, #कांग्रेसहटाओसंविधान_बचाओ”
बिलकुल इसी तेवर के साथ पूर्व मुख्यमंत्री और राजनांदगाँव से विधायक डॉ रमन सिंह ने भी पोस्टर ट्विटर पर जारी किया और लिखा
“दाऊ @bhupeshbaghel की सरकार आदिवासियों के साथ आरक्षण के नाम पर सिर्फ राजनीति कर रही है।यदि कांग्रेस आदिवासियों को आरक्षण देना चाहती तो क्वांटिफायबल डाटा उपलब्ध करवाकर इसे आगे बढ़ाती। अब आदिवासियों के साथ पूरे प्रदेश ने निर्णय कर लिया है कि #कांग्रेसहटाओसंविधान_बचाओ”
बेहद आक्रामक तेवर के विधायक और बीजेपी के प्रमुख प्रवक्ता अजय चंद्राकर ने कांग्रेस की सभा का वीडियो कैप्शन के साथ जारी करते हुए ट्विटर पर लिखा है
“प्रदेश के तथाकथित अत्यधिक लोकप्रिय मुख्यमंत्रीजी की संवैधानिक संस्थाओं की आलोचना करने व उन पर दबाव डालने वाली सभा का विहंगम दृश्य ⭌गोलमाल सीरीज़”