Raipur। धरना प्रदर्शन रैली को लेकर राज्य सरकार के नए फरमान के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी आगामी साेलह मई से जेल भरो आंदोलन करने जा रही है। इस आंदोलन के ठीक पहले हर जिला मुख्यालय में पत्रकार वार्ता आयाेजित कर प्रेस के जरिए यह संदेश देने की कवायद बीजेपी ने आज से शुरू कर दी है। भारतीय जनता पार्टी इस नए नियम को लेकर शुरू से आक्रामक है, और इसे आपातकाल के बराबर बताते हुए विरोध करने का एलान कर चुकी थी। हालिया दिनों दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व के सामने जब आंदोलन की गतिविधियाें की बात हुई तो सबसे पहले यही मुद्दा दिल्ली में बताया गया।
भारतीय जनता पार्टी का यह मानना है कि, धरना प्रदर्शन रैली को लेकर नियम इस तरह बनाए गए है कि, अव्वल तो इनका पूरा होना मुश्किल है, और यदि इसे पूरा कर भी लिया जाए तो भी अंतिम सहमति सरकार ही तय करेगी और वह भी शर्तों के तहत। भाजपा इस नियम के शर्तों में 8,12,13,14,15 और 18 को लेकर यह मानती है कि, इसके प्रावधान संवैधानिक मौलिक अधिकारों का सीधा हनन है। भाजपा की कवायद है कि, वह यह जनता के बीच बता सके कि, इन नियमों में कई इस तरह के हैं कि, कांग्रेस यह मान बैठी हो कि, सभी आयोजक तब तक अपराधी हैं जब तक कि वे खुद को निरपराध ना साबित कर दें।
बीजेपी पत्रकार वार्ताओं में आरोप लगा रही है कि, इस नियम के प्रभावशील होने के बाद कांग्रेस के जो आंदोलन हुए उसमें इन नीति नियमाें का पालन नही किया गया। संगठन इस तैयारी में है कि, पत्रकार वार्ता के जरिए पंद्रह दिनों का समय राज्य सरकार को इस नियम को वापस लेने के लिए दिया जाए उसके ठीक बाद जेल भरो आंदोलन पर भाजपा उतरेगी, संकेत है कि, इस दाैरान जो प्रदर्शन होंगे उन्हे लेकर इस नए नियम के तहत कोई प्रक्रिया भाजपा नही अपनाएगी।