RAIPUR. छत्तीसगढ़ बीजेपी बस्तर में तेंदूपत्ता संग्राहकों और वनवासियों की मांगों को लेकर राज्य की भूपेश सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन शुरू करने की तैयारी में जुटी हुई है। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने बीजापुर से इसकी शुरुआत कर दी है। जल्दी ही बीजेपी ST मोर्चा इसको लेकर प्रदेशभर में सरकार के खिलाफ मोर्चा को खोलेगी।
विकास मरकाम का बयान
भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विकास मरकाम ने कहा कि सरकार बनने के बाद कांग्रेस ने वनवासी और तेंदूपत्ता संग्राहकों से किया वादा पूरा नहीं किया है। तेंदूपत्ता संग्रहण को अब तक बोनस नहीं मिला है। वहीं चरण पादुका योजना बंद कर दी गई है। तेंदूपत्ता खरीदी का दिन भी सीमित कर दिया गया है। इसी तरह वनवासी पट्टा नहीं दिया जा रहा है। इससे बस्तर के वनवासी क्षेत्र के निवासी सरकार से खफा है। बीजेपी एसटी मोर्चा ऐसे प्रभावित लोगों के साथ मिलकर बस्तर के सभी जिलों में सरकार के खिलाफ इसी महीने से बड़ा आंदोलन करेगी। छत्तीसगढ़ बीजेपी के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर के आगमन पर इस आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा- कोई फर्क नहीं पड़ेगा
इस पर पलटवार करते हुए कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को बस्तर में आत्म मंथन अभियान चलाना चाहिए। उन्हें आत्म मंथन करना चाहिए कि अपने 15 साल के कार्यकाल में उन्होंने आदिवासियों, वनवासी और तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिए क्या किया है। हमारी सरकार आने के बाद तेंदूपत्ता संग्राहकों की पारिश्रमिक 2500 रुपए से बढ़ाकर 4 हजार रुपए कर दिया है। महेंद्र कर्मा के नाम से बीमा योजना शुरू की गई है। भारतीय जनता पार्टी बस्तर में चुनावी मुद्दा और अपनी जमीन तलाश रही है, इससे कांग्रेस को कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
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चुनावी साल में बीजेपी और कांग्रेस एक्टिव
आपको बता दें कि चुनावी साल में बीजेपी और कांग्रेस हर वर्ग को लुभाने के लिए अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए प्रयासरत हैं। कांग्रेस ने जहां बीजेपी की केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। वहीं बीजेपी राज्य की कांग्रेस सरकार के खिलाफ रणनीति बनाकर समय-समय पर प्रदर्शन कर रही है।