BIJAPUR. पिछले एक महीने में बस्तर के तीन बीजेपी नेताओं की नक्सली हत्या के बाद अब पार्टी के लोगों में डर पैदा हो गया है। इस पर लगातार बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं में सुरक्षा को लेकर चर्चा भी हो रही है। इस बीच, बीजापुर जिले के भोपालपटनम ब्लॉक के भाजयुमो मंडल अध्यक्ष ने पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने कारण स्पष्ट नहीं किया है। हालांकि इसकी वजह, नक्सली डर हो सकती है।
अभी इस्तीफा मंजूर नहीं
बीजेपी नेता राज्य सरकार से नक्सलियों के टारगेट में रहे नेताओं को सुरक्षा देने की मांग लगातार कर रहे हैं। इस मामले में बीजापुर के बीजेपी जिला अध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार ने कहा कि अभी इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ है। मंडल अध्यक्ष गिरजा शंकर तामड़ी भोपालपटनम में बीजेपी के सक्रिय नेता के रूप में जाने जाते हैं, लेकिन उन्होंने अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है और अपना इस्तीफा बीजापुर के जिला अध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार को भेज दिया है।
बीजेपी में 10 साल से थे सक्रिय
पिछले 10 सालों से वह बीजेपी में सक्रिय रहकर काम कर रहे थे, लेकिन अचानक उनके पार्टी छोड़ने की खबर ने बीजापुर की राजनीति में हलचल मचा दिया है। इस पूरे मामले में श्रीनिवास मुदलियार ने बताया कि भाजयुमो मंडल अध्यक्ष द्वारा पार्टी छोड़ने के लिए दिए गए अपने त्यागपत्र में इस्तीफा देने का कारण नहीं बताया है। हालांकि बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य और कुछ पारिवारिक कारणों के चलते भाजयुमो मंडल अध्यक्ष गिरिजा शंकर तामड़ी ने अपना इस्तीफा दिया है, लेकिन मंडल अध्यक्ष के द्वारा दिए गए इस्तीफे को लेकर कई मायने भी निकाले जा रहे हैं, जिसको लेकर बीजेपी के नेता भी चिंतित हैं।
नारायणपुर में नेताओं को फिर नक्सली धमकी
नक्सलियों ने नारायणपुर जिले के छोटे डोंगर के जनप्रतिनिधियों को जान से मारने की धमकी दी है। नक्सलियों ने आज (14 फरवरी) ओरछा के बटुमपारा में बैनर लगाकर जनप्रतिनिधियों को धमकाया है। इतना ही नहीं नक्सलियों ने भाजपा नेता सागर साहू की हत्या की जिम्मेदारी भी ली है। इसके बाद कई बड़े नेताओं की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इस पूरे मामले में नारायणपुर के एसपी पुष्कर शर्मा ने कहा कि इसकी जांच की जा रही है। साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों को सुरक्षा भी दी जा रही है।
इन बीजेपी नेताओं की हो चुकी है हत्या
इसी तरह, भाजपा से दंतेवाड़ा विधायक भीमा मंडावी के बुलेटप्रूफ वाहन को नक्सलियों ने 9 अप्रैल 2019 को श्यामागिरी गांव के पास उड़ाकर अंधाधुंध गोलियां चलाई थीं। इस हमले में विधायक भीमा समेत 5 लोग शहीद हुए थे। इसके अलावा नक्सलियों ने स्वर्गीय बलीराम कश्यप के बेटे तथा तत्कालीन जनपद पंचायत अध्यक्ष तानसेन कश्यप की भी हत्या की थी। पिछले 10 दिन में भाजपा से जुड़े तीन स्थानीय नेताओं कर हत्या कर दी है।