Raipue. छत्तीसगढ़ में सीएम भूपेश बघेल पर पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने बड़ा हमला बोला है। पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा है कि आजकल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सपने में भी आरएसएस और बीजेपी दिखने लगी है। वो अपनी गलतियों को देखें किस प्रकार से आदिवासियों के अधिकारों को छीन रहे हैं। बृजमोहन ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि आदिवासियों की परंपराओं को नष्ट करने वाले लोगों को कांग्रेस सरकार प्रश्रय दे रही है। मुख्यमंत्री सही मायने में आदिवासियों के हितैषी है तो उन्हें डीलिस्टिंग पर आंदोलित आदिवासी समाज का समर्थन करना चाहिए। वहीं धर्मांतरण को लेकर भी अग्रवाल ने सीएम पर निशाना साधा है और कहा है कि धर्मांतरण कराने वालों को भूपेश सरकार का संरक्षण मिल रहा है।
आदिवासियों के अधिकारों को छीन रहे हैं- बृजमोहन अग्रवाल
डी लिस्टिंग को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर बीजेपी नेता बृजमोहन अग्रवाल ने कहा है कि उनकी कांग्रेस पार्टी ही आदिवासियों के धर्मांतरण कराने वालों को प्रश्रय देती है। इसीलिए वो डीलिस्टिंग को लेकर आंदोलित आदिवासियों के आंदोलन पर उंगली उठा रहे है। बृजमोहन ने कहा कि छत्तीसगढ़ ही नहीं अपितु देश भर में आदिवासी अपने अधिकारों को सुरक्षित रखने के लिए चिंतित है। ऐसे बहुत से लोग हैं जो धर्म परिवर्तन करके अपनी आस्था, अपनी संस्कृति, अपने संस्कारों और अपनी परंपराओं को परिवर्तित करने के बाद भी आदिवासियों की सुविधाएं ले रहे हैं। आदिवासियों के अधिकारों को छीन रहे हैं। इसी बात के विरोध में पूरे देश का आदिवासी समाज आक्रोशित है, आंदोलित है।
'आदिवासी समाज को तोड़ने के लिए धर्मांतरण का कुचक्र'
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा है कि बस्तर में ही 50 से ज्यादा आंदोलन डी लिस्टिंग को लेकर चल रहे है। नारायणपुर की घटना भी इसी का परिणाम है। बस्तर में कई जगह हालत ये है कि आदिवासी समाज अपने श्मशान घाटों में धर्म परवर्तित कर ईसाई बने लोगों को दफनाने की जगह नहीं दे रहा है। यह एक गंभीर समस्या बनकर सामने आई है। बृजमोहन ने कहा कि मुझे लगता है पूरे देश का आदिवासी समाज आज डी लिस्टिंग पर आंदोलित है। परंतु कुछ स्वार्थी तत्व और पूर्व में रही सरकारों ने अपने निजी स्वार्थ के लिए आदिवासी समाज को तोड़ने के लिए धर्मांतरण का कुचक्र चलाया है।