बिलासपुर के हिस्ट्रीशीटर नेता संजू त्रिपाठी की हत्या में इस्तेमाल कार लावारिस हालत में मिली, उसके कांग्रेस कनेक्शन के सबूत भी मिले

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The Sootr CG
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बिलासपुर के हिस्ट्रीशीटर नेता संजू त्रिपाठी की हत्या में इस्तेमाल कार लावारिस हालत में मिली, उसके कांग्रेस कनेक्शन के सबूत भी मिले

BILASPUR. शहर के हिस्ट्रीशीटर और कांग्रेस नेता संजू त्रिपाठी की बुधवार को पेंड्रीडीह पाइपास में ओवरब्रिज के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। 15 दिसंबर की सुबह पुलिस को कोटा रोड में हत्या में इस्तेमाल की गई कार लावारिस हालत में मिल गई है। इधर, वारदात के बाद कांग्रेस के स्थानीय से लेकर राज्य स्तरीय पदाधिकारी उसे कांग्रेस का पदाधिकारी क्या, सदस्य तक नहीं होने की बात कहकर बयान देते आ रहे थे। लेकिन, सूची के रूप में एक अहम सबूत मिल गया है जिससे स्पष्ट हो रहा है कि प्राण त्रिपाठी यानी संजू को जिला शहर कांग्रेस कमेटी में महामंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था।



नीले रंग की कार लावारिस हालत में खड़ी मिली



हिस्ट्रीशीटर संजू त्रिपाठी की हत्या के बाद पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालने के अलावा कई अन्य एंगल से जांच में जुट गई थी। इस दौरान उन्हें भरनी-परसदा गांव में पोड़ी रोड पर नीले रंग की कार लावारिस हालत में खड़ी मिली। कार को जब्त कर लिया गया है। जबकि पुलिस एक दिन पहले तक रायपुर टोल में लगे सीसीटीवी के फुटेज खंगाल रही थी। जबकि कार मिलने से स्पष्ट हो गया है कि संजू पर फायरिंग करने वाले शूटर बिलासपुर-कोटा रोड से फरार हुए हैं। वहीं कार का नंबर प्लेट भी बदला गया है। आपको बता दें कि हमलावरों ने जिस तरीके से वारदात को अंजाम दिया है, उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि हमलावर पहले से ही संजू की रेकी कर रहे थे। उन्हें पता चल चुका था कि वह कहां आता है और कहां जाता है, रूट कौन सा होता है। ये भी आशंका है कि कोई विश्वस्त व्यक्ति उन्हें लोकेशन भी बताता रहा होगा, जिससे सुनियोजित तरीके से घेराबंदी कर संजू की कार रोकी गई और फिर शूट करके फरार हो गए थे। वहीं जिस तरीके से ताबड़तोड़ फायरिंग की गई है, उससे सकरी पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं। दरअसल, परिस्थतिजन्य साक्ष्य के अनुसार, संजू त्रिपाठी की कार को उसके सामने कार अड़ाकर उसे रोका गया होगा। इसके बाद पीछे से दूसरी कार को अड़ा दिया गया होगा और फिर फायरिंग शुरू कर दी गई होगी।



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छोटे भाई से था विवाद, अब है फरार



शक की सुई उसी पर संजू त्रिपाठी कई बड़ी और गंभीर वारदात में शामिल रहा है। इसके चलते उसने कई कारोबारी और क्रिमिनल्स से दुश्मनी पाल रखी थी। यहां तक कि उसके सगे भाई कपिल त्रिपाठी और पिता से भी दुश्मनी कर बैठा था। सात महीने पहले भी उनके बीच मारपीट हुई थी। संजू की हत्या के बाद उसका भाई भी फरार है। ऐसे में पुलिस के शक की सुई उसी की ओर घूम रही है।



खुद को बताता था कांग्रेस नेता, इनकार करने वालों के लिए ये सबूत



हिस्ट्रीशीटर संजू त्रिपाठी खुद को न सिर्फ ​कांग्रेस नेता बताता था, बल्कि अपनी कार में भी कांग्रेस महासचिव लिखवा रखा था। कांग्रेस के आयोजनों व दिग्गज नेताओं के आगमन पर उनके स्वागत कार्यक्रमों में भी शामिल होता था। उसके फेसबुक प्रोफाइल में भी उसकी कई तस्वीरें हैं जिसमें उसके साथ कई दिग्गज हैं। लेकिन, जैसे ही उसकी हत्या की खबर आई, कांग्रेसियों ने उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि के चलते उससे किनारा कर लिया। यहां तक की पुलिस की विज्ञप्ति में भी दर्शाया गया था कि उसका किसी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं था। कांग्रेस के स्थानीय नेताओं के अलावा रायपुर के दिग्गज नेताओं और प्रवक्ताओं ने भी अपना बयान जारी कर कहा कि वह कांग्रेस का कोई पदाधिकारी क्या, सदस्य तक नहीं था। लेकिन, ​tirandaj.com के साथ इस संबंध में एक अहम दस्तावेज हाथ लगा है, जिसमें बिलासपुर जिला कांग्रेस कमेटी के नए पदाधिकारियों की नियुक्ति संबंधी सूची में स्पष्ट लिखा गया है कि उसे जिला ग्रामीण कमेटी में संयुक्त महामंत्री बनाया गया है। हालांकि उसमें संजू का असली नाम प्राण त्रिपाठी लिखा गया है।


CG News सीजी न्यूज Murder in Chhattisgarh छत्तीसगढ़ में हत्या Sanju Tripathi Murder car used in murder found संजू त्रिपाठी मर्डर हत्या में इस्तेमाल कार मिली