BILASPUR. जिले के कोटा थाने की पुलिस ने गनियारी गांव के युवक को शराब बनाकर बेचने के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लेकिन, जेल जाते ही उसकी तबीयत बिगड़ गई और सिम्स में उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जैसे ही परिजनों को इसकी जानकारी हुई, वे अस्पताल पहुंच गए और कोटा पुलिस के खिलाफ जमकर हंगामा मचाया। उनका सीधे तौर पर कहना था कि जब पुलिसवाले उसे लेकर गए तब उसे कहीं कोई परेशानी नहीं थी, लेकिन पुलिस की पिटाई से उसकी तबीयत बिगड़ी होगी और अब उसकी मौत हो गई है। हंगामा की सूचना पर अस्पताल में पुलिस को भी बुलाना पड़ा है।
कोर्ट के आदेश के बाद जेल के अंदर आरोपी की मौत हो गई
कोटा क्षेत्र के गनियारी में रहने वाले उमेंद्र वर्मा को पुलिस में 13 लीटर शराब के साथ गिरफ्तार किया था। उसे पुलिस ने न्यायालय में पेश किया, जहां न्यायालय के आदेश पर उसे जेल भेज भेज दिया गया। रात में ही जेल के अंदर उसकी हालत खराब हो गई। तब जेल प्रबंधन ने आरोपी उमेंद्र को सिम्स में एडमिट कराया। रविवार की रात में उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। जेल प्रबंधन की ओर से इसकी सूचना उनके परिजनों को दी गई।
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समझाइश के बाद परिजन माने और शव को पीएम के बाद ले गए
सोमवार की सुबह बड़ी संख्या में उमेंद्र के परिजन पहुंचे। यहां उन्होंने कोटा पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया। फिर वे हंगामा मचाने लगे। इसकी सूचना मिलते ही कोतवाली थाना प्रभारी प्रदीप आर्य मौके पर पहुंच गए। उन्होंने परिजनों को आश्वासन दिया कि घटना की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। किसी के साथ पक्षपात नहीं होगा और दोषी पाए जाने पर कोटा थाने के पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी एक्शन लिया जाएगा। लंबी समझाइश के बाद आखिरकार परिजन माने और शव को पीएम के बाद ले गए।
और टूट गई थी शादी
कोटा पुलिस का ये पहला कारनामा नहीं है। पिछले महीने ही कोटो क्षेत्र के एक व्यक्ति ने आईजी के पास शिकायत की थी। इसमें उसने बताया था कि उसकी बेटी की सगाई का कार्यक्रम चल रहा था, तभी कोटा थाने से दो पुलिसवाले पहुंच गए और घर में बेचने के लिए शराब रखने की बात कहकर तलाशी शुरू कर दी। परिजनों की समझाइश के बाद भी वे नहीं माने। आखिरकार घर में बनी इस असहज स्थिति के बाद लड़के वालों ने रिश्ता तोड़ दिया। इस मामले की जांच चल ही रही है कि अब ये एक नया मामला सामने आ गया है।