याज्ञवल्क्य मिश्रा, RAIPUR. प्रधानमंत्री आवास के मसले को लेकर बीजेपी के विधानसभा घेराव को लेकर की गई पुलिस व्यवस्था पर विपक्ष ने आरोप लगाया है कि सुरक्षा के नाम पर विधायकों को ही विधानसभा आने से रोक दिया जा रहा है। विधायकों ने पुलिस के व्यवहार को लेकर भी तीखी आलोचना की है। महिला विधायकों ने भी इस व्यवस्था से हुई परेशानी को लेकर तीखी नाराजगी जताई है। पुलिस व्यवस्था से विधायकों को विधानसभा आने से रोके जाने और पहुंचने में मुश्किल होने का मसला सामने आने पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने सदन में मौजूद गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू को निर्देशित किया है। उन्होंने कहा कि वे तत्काल सुनिश्चित करें कि विधानसभा आ रहे विधायकों को आने से नहीं रोका जाएं।
प्रधानमंत्री आवास को लेकर विधानसभा घेराव
बीजेपी आज (15 मार्च) राजधानी में प्रधानमंत्री आवास नहीं बनाए जाने के मसले को लेकर राज्यस्तरीय आंदोलन पर है। इस आंदोलन के तहत बीजेपी विधानसभा का घेराव करने की तैयारी में है। बीजेपी की ओर से दावा है कि पूरे प्रदेश से मंडल स्तर तक से कार्यकर्ता आ रहे हैं। प्रदर्शन में शामिल होने वालों की संख्या अस्सी हजार अनुमानित है। इस घेराव के कार्यक्रम को देखते हुए पुलिस ने विधानसभा जाने वाले हर रास्ते को बैरिकेड से घेर दिया। वहीं बड़ी संख्या में पुलिस बल झोंक दिया है।
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महिला विधायकों ने जताई नाराजगी
सदन में पुलिस की व्यवस्था की आड़ में हुई परेशानी को लेकर सदन में महिला विधायक तब बुरी तरह भड़कीं जब सत्ता पक्ष ने विपक्ष के विधायकों के रास्ता रोकने या व्यवधान के आरोप को खारिज किया। बीजेपी विधायक रंजना साहू ने बेहद आक्रोशित होकर कहा- चलो साथ में, साथ में चलकर देखो। बसपा विधायक इंदु बंजारे ने आसंदी से कहा कि पुलिस वाले हमसे कह रहे हैं कि 11बजे के पहले आना था। अगर ऐसा था तो कल ही सीएम साहब कह देते कि 11 बजे के पहले आ जाना। वहीं बसपा विधायक केशव चंद्रा ने बिफरते हुए कहा कि अगर यही करना था तो और बेहतर यह बोल देते यहीं रात रुक जाते यहीं खाना खा लेते।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. महंत ने दिए निर्देश
विधायकों की ये बात सुनकर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने सदन में उपस्थित गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू को निर्देश दिया कि किसी भी विधायक को विधानसभा आने से नहीं रोका जा सकता। आप अपने अधिकारियों से बात करें उन्हें निर्देशित कर लें।