दृष्टिबाधित भाई की पढ़ाई कराने बहन ने लगाई सीएम से गुहार, भूपेश बघेल ने फीस के लिए 25 लाख दिए, अब IIM में पढ़ाई करेगा मोहित

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Neha Thakur
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दृष्टिबाधित भाई की पढ़ाई कराने बहन ने लगाई सीएम से गुहार, भूपेश बघेल ने फीस के लिए 25 लाख दिए, अब IIM में पढ़ाई करेगा मोहित

RAIPUR. आंखों की जेनेटिक बीमारी से जूझ रहे भाई मोहित और बहन मुस्कान की आस 5 मई को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूरी की। अब मोहित IIM में दाखिल लेकर पढ़ाई कर सकेगा। मुख्यमंत्री ने मोहित की फीस के लिए 25 लाख रुपए देने के संबंध में प्रस्ताव कैबिनेट से मंजूरी के लिए भेजने के निर्देश अधिकारियों को दिए। मुख्यमंत्री से भाई-बहन ने कहा- मैं और भैया आंखों की जेनेटिक बीमारी रेटिनाइटिस पिगमेंटोसा से जूझ रहे हैं, इस बीमारी में धीरे-धीरे आंखों की ज्योति कम होती जाती है। मुझे बिल्कुल भी दिखाई नहीं देता और भैया की आंखों में लगभग 50 फीसदी रोशनी है। भैया का सिलेक्शन IIM अहमदाबाद के लिए हुआ, वहां की फीस जानकर हमने पढ़ाई की उम्मीद ही छोड़ दी। हमसे कहा गया कि अगर कोई कुछ कर सकता है तो वो सिर्फ मुख्यमंत्री ही कर सकते हैं, मगर हमने सोचा कि हम मुख्यमंत्री तक कैसे पहुंच सकते, हम आखिर हैं ही कौन?



मोहित ने कहा बहन ही मेरी मोटिवेटर



मोहित ने बताया कि बहन मुस्कान ने उसे कैट की परीक्षा देने के लिए प्रेरित किया और सारे एग्जाम फॉर्म भी भरवाए। मोहित ने कहा- भले ही मुस्कान मेरी छोटी बहन है, लेकिन मुझे आगे बढ़ने का मोटिवेशन वही देती है। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद मोहित और मुस्कान दोनों बेहद खुश हैं, मोहित का कहना है कि सीएम से मुलाकात के पहले कई तरह की बातें मन में चल रही थी। क्या किसी आम आदमी से इतनी आसानी से मुख्यमंत्री से मिल सकते है और क्या वे मदद करेंगे, लेकिन सीएम से मिलने के बाद अब मोहित को सपनों को पूरा करने में बड़ी हिम्मत मिली है। और पढ़ाई में सबसे बड़ी आर्थिक परेशानी अब दूर होने वाली है।



200 लोगों को मेंटल मैथ्स-इंग्लिश पढ़ाते हैं भाई-बहन



मुख्यमंत्री ने मोहित और मुस्कान से कहा कि आपने कड़ी मेहनत से ये सफलता प्राप्त की है। आप फीस की चिंता हमारे ऊपर छोड़ दीजिए। अपना पूरा ध्यान पढ़ाई पर लगाइए। कैबिनेट में प्रस्ताव लाकर आपका सपना पूरा करेंगे। मुस्कान ने मुख्यमंत्री को बताया कि वे भी बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से बीएड की पढ़ाई कर रही हैं। साथ ही साथ वे और मोहित ‘रे ऑफ होप‘ नाम से प्रोजेक्ट चलाते हैं, जिसके तहत वे देश और विदेश के विजन की समस्या से जूझ रहे लगभग 200 लोगों को मेंटल मैथ्स और इंग्लिश ऑनलाइन पढ़ाते हैं। वे आगे इस काम को और आगे ले जाना चाहते हैं। मुख्यमंत्री बघेल ने दोनों को उनके लोगों की मदद करने के जज्बे की खूब सराहना की।



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परिवार था चिंतित



IIM अहमदाबाद में मोहित के सिलेक्शन के बाद परिवार इसी चिंता में था की सलेक्शन के बावजूद क्या मोहित अपने आगे की पढ़ाई पूरी कर पाएगा। तब ऐसे में भाई की ताकत बनकर मुस्कान आगे आई। मुख्यमंत्री से मिलकर भाई की पढ़ाई के लिए मदद मांगने सीएम हाउस तक पहुंच गई। सीएम हाउस में उस वक्त मौजूद लोगों ने बताया कि दोनों भाई-बहन ने बहुत संकोच के साथ घबराते हुए सीएम हाउस में एंट्री ली। कुछ देर बाद जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात हुई, तो सारी घबराहट दूर हो गई।

 


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