RAIPUR. छत्तीसगढ़ के पेंशनर्स के लिए अच्छी खबर है। राज्य सरकार ने महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की है। राज्य सरकार ने प्रदेश के पेंशनरों की महंगाई राहत में इजाफा किया है। वित्त विभाग ने आदेश जारी कर दिया है। इसके अनुसार अब सातवां वेतनमान पाने वाले पेंशनरों को 5 की बढ़ोतरी की गई है। इसका लाभ मूल पेंशन व परिवार पेंशन पाने वालों को होगा। अब उन्हें वृद्धि के बाद 33 फीसदी तक महंगाई राहत मिलेगी। इसी तरह छठवां वेतनमान के अनुसार पाने वाले की महंगाई राहत में 12 प्रतिशत बढ़ोतरी की गई है। अब उन्हें कुल 201 प्रतिशत महंगाई राहत मिलेगी। इसका फायदा मूल पेंशन व परिवार पेंशन पाने वालों को मिलेगा। पुनरीक्षित दरों का लाभ उन्हें 1 अक्टूबर 2022 से मिलेगा।
सरकार ने जारी किए आदेश
वहीं, 6वें वेतनमान वाले कर्मचारियों का 12 प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ा है। इस बढ़ोतरी के साथ राज्य के छठवें वेतनमान वाले पेंशनर्स को 201 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिलेगा। प्रदेश में करीब सवा लाख पेंशनर्स इसके दायरे में आएंगे। यह महंगाई राहत अधिवार्षिकी, सेवानिवृत्त, असमर्थता और क्षतिपूर्ति पेंशन पर भी तय होगी। सेवा से पदच्यूत या हटाए गए कर्मचारियों को स्वीकार किए गए अनुकंपा भत्ता पाने वाले भी इसके पात्र होंगे। बता दें कि प्रदेश के मुख्यमंत्री के पास ही वित्त विभाग का जिम्मा है, भूपेश बघेल के निर्देश पर वित्त विभाग ने डीए में बढ़ोतरी का आदेश जारी कर दिया है।
पेंशनरों का डीए बढ़ा
गौरतलब है कि राज्य शासन ने 6वें वेतनमान से वेतन पाने वालों की महंगाई भत्ते में 12 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। अब उन्हें 189 प्रतिशत महंगाई भत्ते की जगह 201 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिलेगा। वित्त विभाग ने राज्य शासन के सभी विभागों, अध्यक्ष, राजस्व मंडल बिलासपुर, सभी विभागाध्यक्षों, संभागायुक्तों और कलेक्टरों को महंगाई भत्ते में वृद्धि के संबंध में परिपत्र जारी कर दिया है। राज्य के अधिकारियों-कर्मचारियों को अगस्त-2022 से 28 प्रतिशत की दर से डीए का भुगतान किया जा रहा था। वहीं 6वें वेतनमान वालों को 189 प्रतिशत की दर से महंगाई भत्ता मिल रहा था।
क्या है महंगाई भत्ता
महंगाई भत्ता सैलरी का एक हिस्सा होता है। यह कर्मचारी की बेसिक सैलरी का एक निश्चित परसेंट होता है। महंगाई के असर को कम करने के लिए सरकार अपने कर्मचारियों को महंगाई भत्ता देती है। इसे समय-समय पर बढ़ाया जाता है। रिटायर्ड कर्मचारियों को भी इसका फायदा मिलता है।