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Raipur. छत्तीसगढ़ में हुए 2000 करोड़ के शराब घोटाला मामले में ईडी की गिरफ़्त में मौजूद सीएसएमसीएल के एमडी अरुणपति त्रिपाठी को कोर्ट ने जेल भेज दिया है। अरुणपति त्रिपाठी को अब 2 जून को कोर्ट में अन्य अभियुक्तों जिनमें अनवर ढेबर त्रिलोक ढिल्लन शामिल हैं के साथ पेश किया जाएगा।
त्रिलोक ढिल्लन के आवेदन पर बहस जारी
इस मामले में अभियुक्त और कल ईडी की रिमांड के बाद जेल भेजे गए त्रिलोक ढिल्लन के आवेदन पर पंक्तियों के लिखे जाने तक बहस जारी है। इस आवेदन में त्रिलोक ढिल्लन ने ईडी पर दबाव बना कर बयान लिखवाने का आरोप लगाते हुए सभी कथनों को शून्य घोषित किए जाने की माँग की है।
क्या है शराब घोटाला
शराब घोटाला मामला ईडी के अनुसार क़रीब 2000 करोड़ का है। जिसमें नक़ली होलोग्राम लगाकर शराब राज्य सरकार द्वारा संचालित शराब दुकानों से बेची गईं। ईडी ने अनवर ढेबर को इस सिंडिकेट का किंगपिन बताया है। अनवर ढेबर ने राज्य सरकार के आबकारी विभाग की पूरी शक्तियाँ अपने और अपने लोगों के हाथ में दे दी थीं।ईडी के रिमांड नोट में उल्लेख है कि, अनवर ढेबर को शक्तियाँ IAS अनिल टूटेजा से मिलती थीं। ईडी के अनुसार घोटाले की अधिकांश रक़म पॉलिटिकल बॉस के पास गई, जबकि अनवर को इसका कुछ प्रतिशत मिलता था।