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RAIPUR. आरक्षण विधेयक पर छत्तीसगढ़ के नेताओं के बीच में जुबानी जंग जारी है। पूर्व मंत्री केदार कश्यप के बयान पर मंत्री कवासी लखमा का पलटवार किया है। लखमा ने कहा कि मैं आदिवासी व्यक्ति हूं जो गरीब घर में पैदा हुआ। केदार कश्यप की तरह उनके पिता की वजह से राजनीति में नहीं आया।
कश्यप के बयान पर लखमा का पलटवार
केदार ने कहा कि बीजेपी की सरकार के समय में 700 गांव खाली हुए, आदिवासी लोगों के साथ बलात्कार हुआ, 3 हजार स्कूल बंद हुए, उन्हें थोड़ा भी शर्म है तो वे राजनीति छोड़ दें। मैं अपनी बात पर कायम हूं मुझे इस्तीफा देने में कोई शर्म नहीं है। ऐसे व्यक्ति को बस्तर के लोगों से माफी मांगनी चाहिए फिर कवासी लखमा से बात करे। गौरतलब है कि आरक्षण विधेयक को लेकर बीजेपी नेता केदार कश्यप ने मंत्री कवासी लखमा से इस्तीफे की मांग की थी। आरक्षण विधेयक पर राज्यपाल के हस्ताक्षर को लेकर मंत्री कवासी लखमा का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि एक महिला बहुत समझदार होती है वे घर परिवार संभालती हैं, महिला को भगवान का रूप दिया गया है।
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राज्यपाल से उम्मीद जल्द करेंगे आरक्षण विधेयक पर साइन-लखमा
कवासी लखमा ने कहा कि राज्यपाल अनुसूईया उईके से पूरी उम्मीद है कि वो आरक्षण विधेयक पर साइन करेंगी। उन्हें कितना भी किसी का दबाव हो, एक बार महिला सोच ले, ठान ले तो वे कर सकती है। जैसे एक मां अपने बच्चे को हर सुविधा देती है, वैसे ही राज्यपाल हर आदिवासी के कार्यक्रम, उनके मंच पर जाती है। कोई शक नहीं राज्यपाल आज नहीं तो कल साइन करेंगी। यदि इस बात से केदार कश्यप के पेट में दर्द हुआ तो मैं उन्हे दवा भेज दूंगा।