Raipur. छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र जारी है। विधानसभा के बजट सत्र में विपक्ष तमाम मामले उठा रहा है। इसी दौरान आज यानी सोमवार को बजट सत्र के दौरान मुर्गा, मुर्गी और अंडा सदन में गूंजा है। विधायक धर्मजीत सिंह ने सदन में मुर्गी पालन का मामला उठाया। धर्मजीत सिंह ने कहा कि मैं अपने क्षेत्र में दौरे पर गया था, गौठान में देखा। आपके दो अधिकारी भी साथ गए थे। वहां की महिलाओं ने मुझे बताया कि पहले मुर्गियों को गोदरेज कंपनी का दाना देते थे, तो अंडे का उत्पादन अच्छा था। अब लोकल दाना देते हैं। अंडे का उत्पादन घट गया है। मंत्री जी क्या आप गोदरेज का दाना फिर से दिलवाएंगे। इसी बीच सदन में एक विधायक ने पूछ लिया कि पहले मुर्गी आई या अंडा। जिसके जवाब में विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने मेरे कक्ष में आना समझा दूंगा।
मंत्री रविंद्र चौबे ने दिया जवाब
छत्तीसगढ़ सरकार के कैबिनेट मंत्री रविंद्र चौबे विधायक धर्मजीत सिंह के सवाल पर जवाब देते हुए कहा है कि कौन दो IAS गए थे पता करता हूं। मुर्गियों से वो बात किए कि नहीं, पहले ज्यादा अंडा देते अब कम दे रहे हैं। विभाग में चर्चा कर लूंगा पहले कौन सा फीड देते थे देख लेंगे। कहीं मुर्गियां एज की वजह से तो कम अंडा नहीं दे रही हैं।
मुर्गा, मुर्गी और अंडा सदन में गूंजा
सदन में मुर्गा, मुर्गी और अंडा पर विधायकों के बीच खूब बातचीत की गई। विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि सभी यंग मुर्गियां हैं एज की बात नहीं है। इसी बीच विधायक सौरभ सिंह ने मुर्गियों से बात करने की सलाह देते हुए कहा कि कौन सा दाना खाकर ज्यादा अंडा देंगे। इस पर विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा कि पहले वाला दाना 40 रुपए किलो था अब 20 रुपए वाला दे रहे हैं। इसलिए आधा हो गया है।
धर्मजीत सिंह ने सुनाया किस्सा
धर्मजीत सिंह ने पूरा मामले को लेकर सदम में किस्सा सुनाया है। धर्मजीत सिंह ने कहा कि एक बार एक अधिकारी पोल्ट्री फॉर्म गए सभी मुर्गियों से कहा कि अंडा दो वर्ना ठीक नहीं होगा। ये देखकर सभी मुर्गियों ने 5-6 अंडे दिए, एक ने सिर्फ एक ही दिया। अधिकारी ने मुर्गी से पूछा तुमने एक क्यों दिया, मुर्गी ने कहा- आपके डर से एक दिया है मैं वैसे मुर्गा हूं। ये सुनकर विधानसभा सदन ठहाको से गूंज गया।