शिवम दुबे, Raipur. छत्तीसगढ़ में सहायक शिक्षकों के प्रदर्शन का आज 10वां दिन है। पिछले 10 दिनों से लगातार छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के बैनर तले सहायक शिक्षकों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। मोर्चे के पहले दिन सहायक शिक्षकों ने अपने अपने विकास खंडों में धरना दिया। फिलहाल छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक अपनी कलम बंद कर प्रदर्शन कर रहे हैं। जिससे छात्रों की पढ़ाई पर भी प्रभाव पड़ रहा है। आज का प्रदर्शन राजनांदगांव के सहायक शिक्षक कर रहे हैं। सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए राजनांदगांव में पदयात्रा भी निकाली गई है। प्रदर्शनकर्ता शिक्षक वेतन विसंगति को लेकर लगातार आवाज बुलंद करते दिख रहे हैं।
प्रदेश के हर जिले में होगा प्रदर्शन
सहायक शिक्षकों ने रायपुर में 10 दिन पहले अपने आंदोलन की शुरुआत की थी। राजधानी में प्रदर्शन के बाद अब सहायक शिक्षकों ने प्रदेश के हर जिले में आंदोलन करने का फैसला लिया है। हालांकि यह प्रदर्शन रायपुर, दुर्ग, धमतरी, महासमुंद पिछले चार दिनों में कर लिया गया है। अब आज यानी 16 फरवरी को यह प्रदर्शन राजनांदगांव में जारी है। इसके बाद 17 फरवरी को यह प्रदर्शन कबीरधाम और 19 फरवरी को प्रदेश की न्यानधानी कहे जाने वाले बिलासपुर में किया जाएगा। आपको बता दें कि बिलासपुर के बाद 19 मार्च तक यह आंदोलन लगातार जारी रहेगा। वहीं 19 मार्च को आंदोलन मनेंद्रगढ़-चिरमिरी- भरतपुर में जाकर खत्म होगा। वहीं इसके बाद सरकार के खिलाफ यह प्रदर्शन जा रह सकता है।
एक सूत्रीय मांग को लेकर प्रदर्शन
छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक संघ 1 सूत्री मांग है कि प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना करते हुए समस्त शिक्षक संवर्ग की वेतन विसंगति को दूर किया जाए। मांग को लेकर छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन पिछले 4 साल से लड़ाई लड़ रहा है प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने बताया कि इसको लेकर कई बार सरकार के प्रतिनिधियों से बातचीत भी हुई है लेकिन अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला है।