छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण मसले पर भड़के बस्तरिहा आदिवासी, 5 जनवरी को बंद बुलाया, प्रशासन पर आरोप

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Vijay Choudhary
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छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण मसले पर भड़के बस्तरिहा आदिवासी, 5 जनवरी को बंद बुलाया, प्रशासन पर आरोप

शिवम दुबे, RAIPUR. नारायणपुर जिले में धर्मांतरण को लेकर हुए विवाद और प्रशासन के इस मसले पर उदासीनता से बस्तरिहा आदिवासी समुदाय दुखी है। इससे समुदाय ने बस्तर बंद का आह्वान किया है। आदिवासी समाज की ओर से पोस्टर जारी कर कल यानी 5 जनवरी गुरुवार को बस्तर बंद और चक्काजाम का आवाहन किया है। इसमें समाज ने लोगों से सम्मिलित होने का आह्वान किया है। 



ईसाई हटाओ आदिवासी बचाओ का दिया नारा



इसके साथ ही उन्होंने ईसाई मिशनरी पर आदिवासी संस्कृति को नष्ट करने का आरोप लगाया है। पोस्टर जारी कर इस बंद में ईसाई हटाओ आदिवासी बचाओ का नारा लिखा गया है।



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नारायणपुर में हुई घटना से आदिवासियों का गुस्सा चरम पर 



नारायणपुर में स्थानीय पुलिस पर भी आदिवासियों का गुस्सा भड़का था। जिसमें नारायणपुर एसपी घायल हो गए थे। यहां भी मामला धर्मांतरण और ईसाई मिशनरी पर केंद्रित था। धर्मांतरण को अपनी संस्कृति और जीवन पद्धति पर सीधा हमला मानते आदिवासियों का आरोप है कि, उन पर मिशनरियों ने हमला किया था, प्रशासन ने उन पर कार्रवाई नहीं की। विरोध प्रदर्शन होने लगा तो पथराव दोनों पक्षों में हुआ, इस दौरान पत्थर पुलिस बल को भी लगा। 



'धर्मांतरण कर रहे मिशनरियों पर क्यों नहीं लग रही रोक'



इस मामले में आदिवासी वर्ग के लोगों की गिरफ्तारी भी शुरु हो गई, लेकिन आदिवासी समाज की मांग है कि धर्मांतरण कर रहे मिशनरियों पर रोक क्यों नहीं लग रही है। मिशनरी जब हमला कर रहे हैं तो प्रशासन पक्षपात क्यों करता है। बस्तर बंद का यह मसला आदिवासी समाज के इसी गुस्से और सवालों का परिणाम माना जा रहा है।

 


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