Raipur. छत्तीसगढ़ में विधानसभा का बजट सत्र 1 मार्च से शुरु हो गया है। इसको लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों ने विधायक दल की बैठक की है। जहां एक ओर बीजेपी सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है वहीं कांग्रेस बीजेपी के हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार हो रही है। फिलहाल छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में दोनों दलों की विधानसभा बजट सत्र को लेकर बैठक पूरी कर ली है। इस बैठक के बाद बीजेपी के तेवर आक्रामक रूप में दिखेंगे। वहीं कांग्रेस ने विपक्ष के हर सवाल में जवाब देने की तैयारी कर ली है।
बीजेपी ने सरकार को घेरने का किया प्लान
बीजेपी बजट सत्र को लेकर छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है। बताया जा रहा है कि बीजेपी बजट सत्र में कैबिनेट मंत्री रवींद्र चौबे के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पेश करनी की तैयारी में है। वहीं पिछले सत्र में रवींद्र चौबे ने बीजेपी विधायकों की बर्खास्तगी की माँग की थी। जिसके बाद बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर का बयान सामने आया है। अजय चंद्राकर का कहना है कि किसी भी विधानसभा में संसदीय कार्यमंत्री ने विधायकों की बर्खास्तगी की माँग नहीं की होगी। नियम प्रक्रियाओं का ज्ञाता होने के बावजूद उन्होंने विधायकों की बर्खास्तगी की माँग की है। उन्होंने विधायकों का विश्वास खो दिया है। विधानसभा अध्यक्ष को हमने पत्र लिखकर कहा है कि यदि संवाद की कोई नई प्रक्रिया शुरू करते हैं। हमारी बर्खास्तगी की माँग करने वाले संसदीय कार्य मंत्री से हम क्या बात करेंगे? बीजेपी प्रवक्ता अजय चंद्राकर का कहना है कि सबसे अनुचित है 13 दिन का मात्र सत्र है। पहली बार आसंदी से ऐसी घोषणा हुई कि लंच नहीं होगा और सदन 7 बजे तक चलेगा। इसको पहले हम लोग आपसी सहमति से तय कर लेते थे। जब सारी चीजें ऐसी हो रही है, सत्तारूढ़ दल की ओर से हम लोगों का काम बाकी नहीं है तो सरकार का अधिनायक वादी तरीके से काम चल रहा है। बहुत काम सरकार ने किया है तो मुद्दों पर दो-दो हाथ हो जाए। छत्तीसगढ़ की इतिहास में सबसे छोटा बजट सत्र क्यों?
सरकार विपक्ष के हर सवाल का उत्तर देगी- रविंद्र चौबे
वहीं कांग्रेस विधायक दल की बैठक में की गई है। जिसके बाद रविंद्र चौबे का बयान सामने आया है। रविंद्र चौबे का कहना है कि सरकार जवाब देने के लिए पूरी तरीके से तैयार है। राज्यपाल के अभिभाषण में चर्चा के लिए सभी विधायकों को उपस्थित रहने दे के निर्देश दिए हैं। बजट का साइज इस साल बड़ा रहेगा। महाधिवेशन के सफल आयोजन के लिए सभी विधायकों ने मुख्यमंत्री को बधाई दी है। दो-दो हाथ करने वाले अजय चंद्राकर के बयान पर मंत्री रविंद्र चौबे ने पलटवार किया है। रविंद्र चौबे का कहना है कि उस भाषा का उपयोग तो मैं नहीं कर सकता। दो-दो हाथ हमेशा मैदान में होता है। 71 बहुमत कि अगर सरकार है, दो-दो हाथ में कौन चारों खाने चित अपने आप स्पष्ट है। सदन में कोई भी प्रश्न आएगा तो सरकार उसका उत्तर देगी। सदन में केवल नारेबाजी किया जाएगा उसका कोई उत्तर होता नहीं है। सदन के अंदर बहस का जो स्तर है उसको बनाकर रखें। आय से अधिक संपत्ति के मामले पर पूर्व सीएम के बयान पर रविंद्र चौबे ने कहा है कि न्यायालय से अगर उनको मदद मिली है,तो उनको न्यायालय को धन्यवाद देना चाहिए।