/sootr/media/post_banners/9b146c5d39c8efed730f17702b6a646f8a1648bc2ad5cd216a1960706e56cf9d.jpeg)
Raipur. छत्तीसगढ़ में CGPSC रिजल्ट पर आरोपों के बीच बीजेपी ने फिर एक भर्ती प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस बार मसला राज्य विद्युत नियामक आयोग में भर्ती में कथित गड़बड़ी का है। बीजेपी नेता गौरीशकंर श्रीवास ने इस संबंध में राज्यपाल को संबोधित शिकायत पत्र की कॉपी शेयर की है। जिसमें लिखा गया है कि विनियामक आयोग की परीक्षा में OMR शीट को पेंसिल से भरने कहा गया जबकि नियमतःउसे पेन से भरना होता है।बीजेपी ने इस मामले को लेकर आरोप लगाया है कि यह गड़बड़ी मुख्यमंत्री परिवार के करीबी को उपकृत करने के लिए यह गड़बड़ी की गई।
यह है ट्विट
विद्युत विनियामक आयोग में मुख्यमंत्री के सुपुत्र के जिगरी यार “ श्रेय वर्मा “को नियम विरुद्ध असिस्टेंट डायरेक्टर नियुक्त किये जाने का मामला तूल पकड़ा- OMR शीट को पेंसिल से भरने कहा गया जबकि नियमतःउसे पेन से भरना होता है। @bhupeshbaghel@editorsunil@yagnyawalky@INCChhattisgarhpic.twitter.com/HeDGJNuOEU
— Gouri Shanker Shrivas (@GouriShanker_CG) May 20, 2023
शिकायत में लिखा है
राज्यपाल को प्रेषित इस मामले में शिकायत में ब्यौरे के साथ बताया गया है कि,छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत नियामक आयोग ने भिलाइ के छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय को सेंटर बनाकर सीएसईआरसी में रिक्त 4 पदों के लिए 5 और 6 मार्च को लिखित परीक्षा कराई गई। राज्यपाल को भेजे गए शिकायत में लिखा गया है कि,ओएमआर शीट के उत्तर कॉलम में पेन की जगह पेंसिल से भरवाया गया, जिसका उसी वक्त विरोध किया गया लेकिन तब कहा गया कि आप पेन का उपयोग करेंगे को कॉपी चेक ही नहीं की जाएगी।ज्ञापन में भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगाने की माँग करते हुए केंद्रीय एजेंसी से उच्च स्तर की जाँच कराए जाने की माँग की गई है राजभवन सचिवालय को यह पत्र 19 मई को दिया गया है।शिकायत में लिखा गया है कि, बग़ैर पारदर्शिता के अंतिम चयन सुची 11 मई को घोषित कर दी गई।इस शिकायत में जो कि शिकायत कर्ता ने अपने नाम से दी है उसमें लिखा है कि इस सूची में राज्य बेहद प्रभावशाली रसूखदार राजनीतिक हस्ती के परिजन का नाम शामिल है।
बीजेपी का सीधा आरोप
बीजेपी के गौरीशंकर श्रीवास ने जो ट्विट किया है उसमें सीएम बघेल का सीधा ज़िक्र किया है। बीजेपी यह आरोप लगा रही है कि, भर्ती में जो गड़बड़ी की गई है वह सीएम भूपेश बघेल के नज़दीकी को उपकृत करने के लिए की गई।
नियामक आयोग का पक्ष नहीं मिला
बीजेपी के इस आरोप को लेकर द सूत्र ने विद्युत नियामक आयोग से पक्ष जानने के लिए संपर्क करने की कोशिश की है। उनके अधिकारियों को व्हाट्सएप पर मैसेज भेज वस्तुस्थिति बताने का आग्रह किया गया है। खबर लिखे जाने तक जवाब नहीं आया है। यदि आता है तो सुधी पाठकों के समक्ष प्रस्तुत कर दिया जाएगा।