Raipur. राजधानी के राजीव भवन में कांग्रेस ने ईडी रेड को लेकर बीजेपी पर एक बार फिर हमला बोला है। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने ईडी की रेड्स को महाधिवेशन विफल करने की कोशिश बताया है। मोहन मरकाम ने कहा है कि बीजेपी ने हमारे 85वें महाधिवेशन को विफल करने के कई हथकंडे अपनाए है। नेताओं पर छापे मारे गए, हमारे नेताओं को अधिवेशन तक पहुंचने से रोका गया, बीजेपी ने ऐसे हथकंडे अपनाए है जिसे अंग्रेजों ने भी नहीं अपनाया था। जिस तरह से गृहमंत्री अमित शाह का अध्यक्ष जेपी नड्डा को पीछे धकेलने का वीडियो वायरल हो रहा है उसपर वे कुछ नहीं कहते लेकिन सोनिया गांधी को बीमार होने की वजह से छाता लगाने पर बातें करने लगे।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस से राजनीतिक बदला: शुक्ला
कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस से ईडी के जरिए राजनीतिक बदला लिया जा रहा है। इस प्रदेश में बीजेपी की सरकार के वक़्त तमाम बड़े घोटाले हुए हैं। नान घोटाले में तत्कालीन सीएम डॉ रमन सिंह का नाम आया था। सीएम भूपेश बघेल ईडी को नान घोटाले की जांच के लिए पत्र लिखा। लेकिन इसकी जांच नहीं की गई। चिटफंड घोटाले में रमन सरकार शामिल थी। बीजेपी नेता चिटफंड कंपनियों के दफ्तर का उद्घाटन करते थे। अगर ईडी वाकई बीजेपी से संचालित नहीं है। तो इन मामलों की जाँच से पीछे क्यों हट रही है?
महापौर एजाज ढेबर ने दी चेतावनी
ईडी की कार्रवाई को लेकर रायपुर नगर निगम के महापौर एजाज ढेबर ने चेतावनी दी है। एजाज ढेबर ने कहा है कि अगर ईडी झूठे मामले में अगर ईडी कार्रवाई करती है तो उसके खिलाफ धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। वहीं एजाज ढेबर का कहना है कि ईडी के अधिकारी आरोपियों को थर्ड डिग्री दी जा रही है अगर ईडी के पास तथ्य हैं तो थर्ड डिग्री नहीं अपनाते..सूर्यकांत से डॉ रमन सिंह के सम्बंध जग जाहिर है। अडाणी और सूर्यकांत ने साथ में काम किया। 100 करोड़ का हवाला जोगेन्द्र और सूर्यकांत ने अडाणी के खाते में किया गया। लेकिन अडाणी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है तो ये रिश्ता क्या कहलाता है? अगर ईडी कार्रवाई कर रही है तो अडाणी पर क्यों नहीं कर रही? अडाणी समूह के अधिकारी और पूर्व सीएम रमन सिंह की ये साजिश हैं। डॉ रमन सिंह की आय से अधिक संपति की जांच क्यों नही होती? दस गुना क्यों बढ़ी संपत्ति इसका जवाब आना था...