RAIPUR. प्रदेश में ईडी की कार्रवाई लगातार जारी है। हाल ही में ईडी ने 2000 करोड़ रुपए के शराब घोटाले का खुलासा किया है। मामले में ईडी ने गिरफ्तारी भी शुरू कर दी है। इसी बीच छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता धनंजय ठाकुर ने ईडी के खिलाफ छत्तीसगढ़ एसीबी में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत देने के बाद कांग्रेस का कहना है कि छत्तीसगढ़ में शराब निर्माताओं और ईडी के बीच नया नेक्सस तैयार हो गया है। धनंजय ठाकुर ने एसीबी को शिकायत सौंपते हुए कार्रवाई की मांग की है।
शिकायत पत्र में क्या-क्या?
जो शिकायत पत्र एसीबी के अधिकारी को दिया गया है उसमें धनंजय ठाकुर ने बताया है कि प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति और सोशल मीडिया में वायरल हो रहे ईडी के रिमांड नोट के अध्ययन से यह स्पष्ट दिख रहा है कि प्रवर्तन निदेशालय द्वारा शराब कारोबारियों को बचाते हुए उनके बयानों के आधार पर दूषित कार्रवाई करते हुए अन्य निर्दोष लोगों को फसाया जा रहा है। यदि प्रवर्तन निदेशालय को ऐसा लगता है कि शराब का अवैध विक्रय किया गया है, टैक्स की चोरी की गई है। तो फिर ऐसे में शराब निर्माता कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। ईडी द्वारा निष्पक्ष होकर जांच नहीं की जा रही तथा दूषित कार्रवाई की जा रही है।
सीएम भूपेश बघेल ने भी साधा निशाना
सीएम भूपेश ने सवाल किया कि, ये जो कथित शराब घोटाला है इसमें डिस्टलरों ने स्वीकारा है कि उन्होंने टैक्स नहीं दिया और शराब भेजी तो ये बताएँ कि अपराध स्वीकार करने वाला अपराधी बनेगा या गवाह बनेगा ? सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि डिस्टलर यदि बग़ैर एक्साईस ड्यूटी पटाए बग़ैर शराब बेच रहे हैं तो अपराधी बनेंगे कि गवाह बनेंगे, सवाल यह है कि उनके ख़िलाफ़ क्यो कार्यवाही नहीं की गई ? फ़ायदा हुआ तो डिस्टलर को हुआ, जैसी कि बात मीडिया ट्रायल में आई है, तो उसको तो कुछ कर नहीं रहे हैं।दूसरों को पकड़ रहे हैं।इसका मतलब है कि ईडी और डिस्टलरो के बीच में साँठगाँठ हो चुकी है या बीजेपी से साँठगाँठ हो चुका है। सबसे पहले गिरफ़्तार उनको क्यों नहीं कर रहे हैं।