RAIPUR. छत्तीसगढ़ में आरक्षण पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। इस मामले में कांग्रेस आक्रामक हो गई है तो वहीं बीजेपी भी पलटवार के मूड में आ गई है। इस बीच, कांग्रेस ने अब समाजों से चर्चा शुरू कर दी है। इसके लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने प्रदेश के सभी समाज प्रमुखों को पत्र लिखा है। मरकाम ने कांग्रेस की 3 जनवरी को होने वाली महारैली में शामिल होने का आमंत्रण भेजा है। इसके माध्यम से आरक्षण के पक्ष में सभी समाज से समर्थन मांगा है।
प्रदेशवासियों से की रैली में शामिल होने की अपील
इसके साथ ही मरकाम ने कहा कि प्रदेशवासियों के हित में कांग्रेस की निकाली जा रही जन अधिकार रैली में आप सब आमंत्रित हैं। दरअसल, आरक्षण संशोधन विधेयक पर राज्यपाल के हस्ताक्षर न करने के विरोध में 3 जनवरी को रायपुर में जन अधिकार रैली निकालने जा रही है। इसमें कांग्रेस ने करीब एक लाख कार्यकर्ताओं को जुटाने का लक्ष्य रखा है।
ये खबर भी पढ़िए..
सीएम समेत कांग्रेस नेताओें ने बदली अपनी प्रोफाइल
इस महारैली से पहले सीएम समेत सभी कांग्रेस नेताओें ने इंटरनेट मीडिया पर अपनी प्रोफाइल को बदल लिया है और जन अधिकार महारैली का लोगो लगाया है। सीएम भूपेश बघेल समेत सरकार के सभी मंत्री, विधायक, सांसद और प्रदेश पदाधिकारी साइंस कॉलेज मैदान से राजभवन तक पैदल मार्च करेंगे।
सीएम भूपेश ने गिनाए 3 विकल्प
28 दिसंबर (बुधवार) को सीएम भूपेश बघेल ने अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था। उसी में लिखा था कि अब बस यही विकल्प है। सीएम ने कहा कि अब राज्यपाल के पास 3 विकल्प हैं। यदि संतुष्ट नहीं हैं तो आरक्षण संशोधन विधेयक वापस करें। दूसरा राष्ट्रपति को भेज दें, या फिर अनंतकाल तक अपने पास रखें। जब तक वे राज्यपाल हैं, तब तक विधेयक को अपने पास रख सकती हैं। हमसे जो सवाल पूछे गए थे, हम जवाब दे चुके हैं, जबकि वह संवैधानिक नहीं था। बीजेपी और राजभवन जानबूझकर आरक्षण विधेयक अटका रहे हैं। इससे प्रदेश के युवाओं, सामाजिक वर्गों का नुकसान हो रहा है।