शिवम दुबे, Raipur. छत्तीसगढ़ में हाल ही में खाद्य एवं औषधि विभाग ने बड़ी कार्रवाई कर खूब सुर्खियां बटोरी थी। लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि छत्तीसगढ़ में दवा जांच करने के लिए केवल एक ही लैब उपलब्ध है। ड्रग एंड कॉस्मेटिक विभाग के इकलौती लैब में सैंपल तो भेजे जाते हैं। लेकिन उनकी जांच एक निर्धारित समय पर नहीं हो पाती है। मिली जानकारी के अनुसार ड्रग लैब में पिछले लगभग 2 सालों में 1 अप्रैल 2021 से 31 मार्च 2022 तक कुल 608 सैंपल्स को और 1 अप्रैल 2022 से अक्टूबर 2022 तक कुल 853 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। अगर पिछले साल के बचे हुए सैंपल को जोड़कर देखा जाए तो लैब ने कुल 943 सैंपल की जांच की थी जबकि इनमें से कुछ सैंपल पिछले साल के बचे हुए भी जांच किए गए थे।
पिछले 8 सालों में कितने सैंपल की हुई जांच
छत्तीसगढ़ में दवा जांच के लिए इकलौती लैब में पिछले 8 सालों में कुल 4 हजार 59 ( अक्टूबर 2022 तक) सैम्पल जांच के लिए भेजे गए थे। इसमें से 2 हजार 922 सैम्पल की जांच हो चुकी है। वहीं 1 हजार से ज्यादा सैंपल्स ऐसे हैं जिनकी जांच नहीं हो पाई है। बताया जा रहा है इसके पीछे की वजह स्टाफ की कमी है। इस लैब में कुल 3 कर्मचारी ही काम कर रहे हैं। वहीं लगभग 14 पद खाली है। जिसके कारण जांच करने में समय लग रहा है और कुछ सैंपल जांच भी नहीं कर पा रहे हैं।
मैन पावर की कमी- कुंजाम
कंट्रोलर आईएएस कुंजाम का कहना है कि जांच की प्रक्रिया एक सतत प्रक्रिया है। अभी स्टाफ की कमी के चलते जांच पूरी न हो सकी हो ऐसा हो सकता है। वहीं मेन पावर कम होने के कारण थोड़ी सी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि जांच नहीं हो रही है। फिलहाल हमारी बात मैन पावर बढ़ाने के लिए चल रही है जल्द ही नियुक्ति हो सकती है। यह नियुक्तियां अस्थाई तौर पर की जाएंगे जिससे जांच जल्दी हो सके। बाकी फूड विभाग के लिए हम सरकारी अधिकृत लैब पर जांच के लिए भेजते हैं। इन सैंपल्स को इंदौर, मुंबई जैसे बहुत सारी जगह पर भेजा जाता है। जहां पर जांच हो जाती है जो निर्धारित किया गया है। एफएएसएसआई के द्वारा वहां पर किसी भी लैब में भेज सकते हैं। हम सिर्फ सैंपल लेकर भेज देते हैं।
रिज़र्वेशन के कारण भर्तियां बंद- कुंजाम
कंट्रोलर कुंजाम का कहना है कि अभी आरक्षण के कारण भर्तियां बंद है। इसलिए हम लोग अस्थाई तौर पर लोगों की नियुक्तियां करना चाह रहे हैं। भारत सरकार ने यह स्वीकृति हमें दी है कि हम आउटसोर्सिंग कर नियुक्तियां अस्थाई तौर पर कर सकते हैं। नियुक्तियों का प्रोसेस चल रहा है जल्दी या खत्म हो जाएंगे।