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AMBIKAPUR. अंबिकापुर दौरे पर पहुंचे छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने 28 दिसंबर को कोरोना के संबंध में पत्रकारों से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना की पांचवीं लहर में नए वेरियंट बीएफ-7 को ज्यादा घातक बताया जा रहा है। इससे निपटने के लिए प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग तैयारियों में जुटा है। उन्होंने कहा कि नए वेरिएंट से फिलहाल डरने की नहीं, बल्कि सर्तक रहने की जरूरत है।
क्या बोले स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने आगे कहा कि पिछली दफा यहां दूसरी लहर में हालात बिगड़े थे, जिसके बाद लोग ज्यादा सतर्क हो गए हैं। फिलहाल चीन समेत जापान, सिंगापुर, जर्मनी, अमेरिका, ब्राजील, फ्रांस समेत अन्य देशों में कोरोना के मामले बढ़ते दिख रहे हैं। अब हम सभी को ये मान लेना चाहिए कि कोरोना का वायरस आने वाले दशकों में जाने वाला नहीं है। बस चिंता इस बात की रहती है कि इसका म्यूटेशन कोई ऐसा रूप न ले ले कि बीमारी घातक स्वरूप में सामने आ जाए। अब तक इसके हजारों म्यूटेशन हो चुके हैं। दूसरी लहर में डेल्टा वेरियंट तो तीसरी लहर में ओमीक्रॉन और फिर अब बीएफ-7 आया है। यह तेजी से फैल सकता है।
वैज्ञानिक तक ये बताने की स्थिति में नहीं हैं कि यह हर देश में कितना घातक साबित होगा। भारत में जो वैक्सीनेशन का कार्यक्रम चला, उसमें चौथी लहर तक कोरोना के पहुंचने के बाद भी लोगों की इम्युनिटी बन गई। तुलनात्मक रूप से कहा जाए तो देश की हालत फिलहाल सुरक्षित है। लेकिन, हमें पिछले परिणामों को देखकर नहीं बैठना नहीं चाहिए। अभी भी सजगता से इससे निपटने की जरूरत है और प्रदेश में इस पर गंभीरता से तैयारी चल रही है। मॉकड्रिल भी उसी का एक हिस्सा था।
यहां की वैक्सीन ज्यादा कारगर
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव का कहना है कि चीन की जो हालात है वह देश, छत्तीसगढ़, सरगुजा या अंबिकापुर में होती नहीं दिखाई दे रही हैं। चीन में जो वैक्सीन इस्तेमाल में लाई गई वह उतनी कारगर साबित नहीं हुई। जबकि यहां पिछले कुछ सालों में कोरोना से बेहतर तरीके से निपटे हैं। दूसरी लहर को छोड़ दिया जाए तो यह कभी भी ज्यादा घातक साबित नहीं हुआ।
80 प्रतिशत को तो पता ही नहीं चला और बन गई इम्युनिटी
भारत में कोरोना के प्रसार को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यहां देखें तो कई लोगों तक कोरोना पहुंच गया। इस दौरान 80 प्रतिशत तक लोगों को इसका पता तक नहीं चला। वे अपने आप स्वस्थ हो गए और इससे उनकी इम्यूनिटी बन गई। फिर उनके जरिए से दूसरे लोगों तक फैला होगा। कुछ लोग बीमार हुए होंगे तो उनकी भी इम्यूनिटी बनी होगी।
टेस्टिंग बढ़ाने पर देंगे जोर
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में कोरोना के मामले कम आने से टेस्टिंग भी कम हुई है। अब इसे बढ़ाने की आवश्यकता है। प्रदेश में अभी कोरोना के आठ केस हैं। फिलहाल चिंता की कोई बात नहीं है, लेकिन लोगों को सतर्क रहना होगा।