Raipur. कोल घोटाला और अवैध वसूली गिरोह मसले में ईडी ने कार्यवाही करते हुए, विधायक देवेंद्र यादव, विधायक चंद्रदेव राय,IAS रानू साहू की संपत्ति जिसकी क़ीमत क़रीब 51.40 करोड़ है, उसे ईडी ने जप्त कर लिया है।
सूर्यकांत को छोड़ बाक़ी गिरफ़्तार नहीं हैं
कोयला घोटाला और अवैध वसूली गिरोह मामले में कोल व्यवसायी और ईडी के अनुसार इस गिरोह के किंगपिन सूर्यकांत तिवारी केंद्रीय जेल में बंद हैं। उनके अतिरिक्त आईएएस रानू साहू, विधायक देवेंद्र यादव, विधायक चंद्रदेव प्रसाद राय गिरफ़्तार नहीं है। आईएएस रानू साहू को इस मामले में लंबे समय तक पूछताछ का सामना करना पड़ा था। रानू साहू को लेकर यह खबरें हमेशा रही हैं कि वे राडार पर हैं और कभी भी गिरफ़्तार हो सकती हैं। देवेंद्र यादव और चंद्रदेव राय से ईडी ने पूछताछ की थी। तब ईडी ने जो इन दो विधायकों से पूछताछ की थी, उसे लेकर यह माना गया था कि कोल घोटाला और अवैध वसूली याने 25 रुपए प्रति टन की रक़म का एक हिस्सा खैरागढ़ उप चुनाव में खर्च हुआ था, और इन विधायकों से पूछताछ इसी सिलसिले में हुई थी।
अब तक 221 करोड़ की संपत्ति जप्त
छत्तीसगढ़ में ईडी कोयला घोटाला और अवैध वसूली गिरोह मामले में अब तक कुल 221 करोड़ रुपए की संपत्ति जप्त कर चुकी है।
51.40 करोड़ की जप्त संपत्ति में क्या क्या
ईडी ने अभी जो 51.40 करोड़ की संपत्ति जप्त की है, उनमें 90 अचल सम्पत्ति,महँगी एसयूवी,ज़ेवरात और नगद राशि शामिल है।
जप्ती के मायने क्या हैं
ईडी की ओर से संपत्ति जप्ती के मायने यह निकाले जाते हैं कि, ईडी ने इस संपत्ति को जाँच के दौरान बरामद किया और संबंधित व्यक्ति जिसका इस संपत्ति पर स्वामित्व था वह यह नहीं बता सका कि, आख़िर उसने इस संपत्ति को हासिल करने के लिए राशि कैसे हासिल की या कि प्रवर्तन क्यों किया।