JAGDALPUR. बस्तर में जिला मुख्यालय जगदलपुर से 11 किलोमीटर दूर मालगांव में एक बड़े हादसे की सूचना है। यहां मुरम खदान धंसने से सात मजदूरों की मौत हो गई है। जबकि अभी भी 12 लोगों के फंसे होने की आशंका जताई गई है। प्रशासन और पुलिस की टीम वहां बचाव कार्य में जुटी हुई है।
सड़क निर्माण और घरेलू उपयोग के लिए यहां से निकाली जाती है मुरम
दरअसल, मालगांव के इस इलाके में जमीन पर मुरुम की मोटी परत जमी हुई है। यहां से सड़क निर्माण समेत घरेलू जरूरतों के लिए बड़े पैमाने पर मुरम निकाला जाता है। इसके चलते यह काफी गहरा हो गया है। शुक्रवार को भी बड़ी संख्या में यहां मजदूर के रूप में महिला और पुरुष नीचे उतरकर मुरम निकालने में जुटे हुए थे। इसी बीच ऊपर मुरम का एक बड़ा हिस्सा दरक गया और बड़े पैमाने पर मुरम व मिट्टी भरभराकर सीधे निकासी में लगे मजदूरों पर जा गिरा। इससे जो मजदूर सीधे चपेट में आए उनकी तत्काल मौत हो गई तो वहीं कई उसके अंदर दब गए, जिससे घुटन के चलते भी मौत होने की आशंका जताई जा रही है।
लोग बचाव कार्य में जुटे, पुलिस को दी सूचना
इस बीच जो मजदूर बाहर थे उनमें हड़कंप मच गया और उन्होंने आसपास के लोगों को मदद के लिए बुलाया और खुद भी बचाव कार्य में जुट गए। साथ ही इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस की टीम तत्काल मौके के लिए रवाना हुई। प्रशासन की टीम भी मौके पर पहुंच गई। इसके बाद मजदूरों को खोजने और उन्हें निकालने के लिए रेस्क्यू चलाया जा रहा है।
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7 मजदूरों के शव निकाले, 12 के दबे होने की आशंका
अब तक सात मजदूरों के शव बाहर निकाले जा चुके हैं। इस बीच साथी मजदूरों का कहना है कि अंदर 12 और मजदूरों के दबे होने की आशंका है। ऐसे में उन्हें भी निकालने की कोशिश जारी है। वहीं दो की हालत गंभीर थी, जिन्हें उपचार के लिए तत्काल अस्पताल के लिए रवाना किया गया है।
मुरम निकासी का काम कौन करा रहा ये जांच का विषय
इस बीच ये स्पष्ट है कि मौके पर बेहद लापरवाहीपूर्वक तरीके से मुरम निकासी का काम किया जा रहा था। सुरक्षा को लेकर कोई उपाय नहीं किया गया था। प्रथम दृष्टया इसी लापरवाही के चलते घटना होने की बात कही जा रही है। फिलहाल बचाव व राहत कार्य के बाद मामले की जांच किए जाने की उम्मीद जताई जा रही है। उसके बाद ही ये भी स्पष्ट होगा कि आखिर मुरम निकासी का ये काम कौन करा रहा था।