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Raipur. छत्तीसगढ़ में शराब को लेकर ईडी 2000 करोड़ के घोटाले पर जांच कर रही है। इसी बीच प्रदेश में शराब घोटाले पर सियासत गरमाई हुई है। कांग्रेस और बीजेपी दोनों एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। अब शराब घोटाले की राजनीति पोस्टर्स पर पहुंच चुकी है। बीजेपी ने बुधवार को पोस्टर लॉन्च किया है। बीजेपी का कहना है कि ये पोस्टर्स प्रदेश के 800 शराब दुकानों के बाहर चस्पा किए जाएंगे। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस का कहना है कि रमन सरकार के कार्यकाल में हुए 4400 करोड़ के घोटाले को लेकर जनता के बीच जाएंगे और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को बेनकाब करेंगे।
पोस्टर्स चस्पा होंगे और प्रदर्शन किया जाएगा
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने 2 हजार करोड़ रुपए के शराब घोटाले को लेकर कहा है कि कांग्रेस ने एक ओर शराबबंदी का वादा किया और दूसरी तरफ कांग्रेस की प्रदेश सरकार ने लगातार शराब के नाम पर घोटाले किए। अरुण साव ने ऐलान किया कि प्रदेश सरकार के इस शराब घोटाले को लेकर भाजयुमो और बीजेपी महिला मोर्चा जनता के बीच जाएंगे। सभी 800 शराब दुकानों में भाजयुमो शराब घोटाले पर बीजेपी के पोस्टर चस्पा किए जाएंगे। इसी के साथ महिला मोर्चा इस मुद्दे को लेकर जिलों में प्रदर्शन करेगा।
कांग्रेस ने भी जनता के बीच जाने की तैयारी की
बीजेपी के इस पोस्टर लॉन्च के बाद कांग्रेस ने भी जनता के बीच जाने की तैयारी कर ली है। कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला का कहना है कि कांग्रेस रमन सरकार में हुए 4400 करोड़ के शराब घोटाले को जनता के बीच लेकर जा रहे हैं। अभी जो कथाकथित 2000 करोड़ का शराब घोटाला है, इसमें ईडी बीजेपी की एजेंट बन गई है। ईडी ने फर्जी ढंग से बिना प्रमाण के यह आरोप लगाया है। जिसमें बीजेपी राजनीति कर रही है। हम भी पोस्टर लेकर जनता के बीच जाएंगे और रमन सिंह को बेनकाब करेंगे।
अरुण साव ने कांग्रेस पर साधा निशाना
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष साव ने बुधवार को बीजेपी प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में शराब घोटाले को लेकर आयोजित पोस्टर विमोचन के बाद मीडिया से चर्चा की है। साव का कहना है कि पूर्ण शराबबंदी का वादा करके कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में सरकार बनाई, लेकिन फिर 4 साल तक इस पर अमल करने के बजाय वह खामोश बैठी रही। फिर कमेटी बनाकर अध्ययन के नाम पर खानापूर्ति का प्रयास हुआ, और अब मुख्यमंत्री बघेल शराबबंदी के अपने वादे से मुकर गए हैं। साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लोग इस बात को जान रहे थे कि प्रदेश की 800 शराब दुकानों में दो अलग-अलग कैश काउंटर होते थे, जिसमें से एक कैश काउंटर का पैसा कांग्रेस पार्टी के खजाने में जा रहा।