नितिन मिश्रा, Raipur. छत्तीसगढ़ में फिल्पकार्ट से महंगे मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक आइटम का फर्जी तरीके से ऑर्डर करने वालों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। चोरों ने फ्लिपकार्ट का फर्जी वेयरहाउस में काम कर प्लानिंग के तहत नौकरी शुरू की थी। चोरों ने अलग-अलग मोबाइल से ऑर्डर कर चोरी को अंजाम दिया है। चोरों के भागने से पहले पुलिस ने दबिश देकर 4 लोगों को गिरफ्तार किया है जिसके अलावा प्लानिंग में शामिल दो अन्य फरार हैं। इनके पास से 40 लाख रुपए का सामान जब्त किया गया है।
प्लानिंग के तहत खोला वेयर हाउस
मिली जानकारी के मुताबिक धमधा में अमर और अरविंद नाम के व्यक्ति ने फ्लिपकार्ट का एक वेयरहाउस में काम करते थे। लेकिन इन्होंने पहले ही प्लानिंग कर रखी थी कि ऑर्डर में आए आइटम का ग़बन कैसे करना है। इसमें अपने दोस्त का आधार कार्ड लेकर उसको कंपनी का डिलीवरी बॉय बनाया गया। जिसकी जानकारी राहुल को नहीं दी गई। आरोपी पहले छोटे स्तर पर इस काम को अंजाम देते थे और मोबाइल को ज्यादा दामों में मार्केट में बेचकर मुनाफा कमाते थे।
ऐसे दिया चोरी को अंजाम
घटना को अंजाम देने के लिए 6 लोगों ने स्वयं और अपने दोस्त, परिवार वालों के साथ-साथ 50 से ज़्यादा मोबाइल से 120 नग महंगे मोबाइल फोन ऑर्डर किए। आरोपियों द्वारा किए जाने वाले सभी ऑर्डर कैश ऑन डिलीवरी होते थे। ऑर्डर आ जाने के बाद मोनिका नाम की आरोपी के घर पर जाकर ऑर्डर को स्कैन कर डिलीवर मार्किंग किया जाता था।
बाजार में फ़िक्स ग्राहकों को बेचते थे मोबाइल
पुलिस के मुताबिक आरोपियों द्वारा ऑर्डर कर मंगाये गए मोबाइल को बेचकर मुनाफा कमाने के लिए इनके पास बाज़ार में फिक्स ग्राहक थे। ऐसे ही रेगुरलर ग्राहक नेहरू नगर के अंकित नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है जिसने कालाबाजारी से खरीदे 8 मोबाइल को मार्केट में बेंचे है।
पुलिस ने लाखों का समान किया ज़ब्त
पुलिस ने बताया कि आरोपियों द्वारा ऑर्डर किया गया समान अपने रिश्तेदारों के यहां ठिकाने लगाया था और उसे लेकर भागने वाले थे। 80 मोबाइल को आरोपियों ने तिल्दा के पास लोकेश के फूफा के घर में ठिकाने लगाया था। मोनिका के घर से 2 लैपटॉप और 3 मोबाइल फ़ोन को जब्त किया है। दीपक, मनीष, लोकेश को गिरफ्तार कर लिया गया है और मोनिका को जेल भेज दिया गया है।