RAIPUR. छत्तीसगढ़ में आरक्षण संशोधन विधेयक पर राजनीति गर्मा गई है। दरअसल, 2 दिसंबर को विधानसभा में पास होने के बाद यह विधेयक राजभवन में अटका है। वहीं, विधेयक में अब तक राज्यपाल अनुसुइया उइके के दस्तखत नहीं होने से कांग्रेस आक्रामक हो गई है। इसी बीच, कांग्रेस के राजीव भवन में 26 दिसंबर को कांग्रेस छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा पहली बार पहुंची। इस दौरान उन्होंने बैठक ली, जिसमें फैसला लिया गया कि आरक्षण मुद्दे पर कांग्रेस 3 जनवरी को महारैली निकालेगी। इस बैठक में कुमारी शैलजा के अलावा सीएम भूपेश बघेल, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम समेत कई कांग्रेस नेता शामिल हुए। बता दें कि छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के एक धड़े ने 27 दिसंबर को राजभवन घेराव का ऐलान किया है।
अगले साल कांग्रेस की हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा
बैठक में यह भी चर्चा हुई कि छत्तीसगढ़ में इस चुनावी साल के बीच कांग्रेस हाथ से हाथ जोड़ यात्रा शुरू करने जा रही है। यह यात्रा राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा जैसी ही होगी। इस दौरान प्रदेश के तमाम कांग्रेस नेता, मंत्री, विधायक अलग-अलग इलाकों में जाकर जनसंपर्क करेंगे। आरक्षण बिल पर राज्यपाल के मांगे गए 10 सवालों के जवाब को भूपेश सरकार ने भेज दिया है। इसके बाद भी अब भी आरक्षण बिल पर राजभवन और सरकार के बीच चल रही खींचतान जारी है।
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सरकार के जवाब से संतुष्ट होने के बाद ही करेंगी साइन- राज्यपाल
राज्यपाल अनुसुइया उइके ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि अभी इस जवाब पर विस्तृत अध्ययन किया जाएगा। लीगल सलाहकार से सभी बिंदुओं पर जवाब को वेरिफाई किया जाएगा, सभी बिंदुओं का बारीकी से अध्ययन के बाद जवाब से संतुष्ट होने के बाद ही वो साइन करेंगी।
पहली बार छत्तीसगढ़ आईं कांग्रेस प्रदेश प्रभारी का जोरदार स्वागत
छत्तीसगढ़ की नई कांग्रेस प्रदेश प्रभारी रायपुर पहुंची हैं। कुमारी शैलजा का सोमवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान बस्तर से आए कलाकारों की टीम ने लोक पारंपरिक नृत्य के जरिए प्रदेश कांग्रेस प्रभारी कुमारी शैलजा का जोरदार स्वागत किया। माहौल कुछ ऐसा बनाया गया कि कुमारी शैलजा भी खुद को थिरकने से रोक नहीं पाईं। मोहन मरकाम लकड़ी से बने बस्तर के वाद्य यंत्र को बजाने लगे। कांग्रेस की महिला नेताओं ने भी उनका साथ दिया। सभी के आग्रह पर कुमारी शैलजा भी डांस करती नजर आईं।