Raipur. पहले कोयला घोटाला और अवैध वसूली गिरोह मामला और अब आबकारी याने शराब में सिंडिकेट बनाकर हज़ार करोड़ों का घोटाला की जाँच कर रही ईडी के साथ साथ क्या कोई अन्य केंद्रीय एजेंसी ( टीम )जल्द प्रदेश के उस चावल घोटाले की जाँच में सक्रिय हो सकती है जिससे ईडी को कार्यवाही का नया गेट वे मिल जाए। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने एक ट्विट किया है जिससे ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि केंद्रीय एजेंसी ( सेंट्रल टीम ) चावल घोटाले मसले की जाँच शुरु कर सकती है।
क्या है मसला
प्रदेश में छ हजार करोड़ के चावल घोटाले के मसले को विधानसभा में डॉ रमन सिंह ने सीधे आरोप की तरह उठाया था। इस मुद्दे पर घिरी भूपेश सरकार ने सदन में 6000 करोड़ के चावल घोटाले के आँकड़े को झूठा बताते हुए कहा था कि, सत्र के आख़िरी दिन 24 मार्च को सदन में रिपोर्ट पेश कर देंगे। लेकिन सत्र इसके पहले ही समाप्त हो गया। हालाँकि बाद में मंत्री अमरजीत भगत इस मसले पर जब भी सवाल हुए तो जाँच रिपोर्ट कब सार्वजनिक होगी इसे लेकर कोई निश्चित तारीख़ नहीं बता पाए। बीजेपी चावल घोटाले के मसले पर केंद्रीय खाद्य मंत्री से मिल कर शिकायत और संबंधित दस्तावेज सौंप चुकी है।
घोटाला कैसे ? क्या आरोप है बीजेपी का
दरअसल खाद्य विभाग के डेटाबेस में 1 लाख 65 हजार मीट्रिक टन चावल और जिले के डेटाबेस में 96 हजार मीट्रिक टन चावल दर्ज होने की जानकारी प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने दी। रमन सिंह का कहना है कि प्रदेश सरकार को यह बताना चाहिए कि, 68 हजार मीट्रिक टन चावल का यह अंतर क्यों आ रहा है और 600 करोड़ रुपए का चावल कहां गया? अब एक बार फिर डॉ रमन सिंह ने ट्विटर के माध्यम से संकेत देते हुए लिखा है कि पहले कोयले में दलाली.. फिर चावल में धांधली और अब शराब में भ्रष्टाचार की सीमा लांघ चुके दाऊ भूपेश बघेल की सरकार की सच्चाई जनता के सामने आ गई है। अपनी तिजोरी भरने के चक्कर में 2000 करोड़ का भ्रष्टाचार कर दाऊ भूपेश बघेल ने दिल्ली के शराब मॉडल को भी पछाड़ दिया है।
पहले कोयले में दलाली
फिर चावल में धांधली
और अब शराब में भ्रष्टाचार की सीमा लांघ चुके दाऊ @bhupeshbaghel की सरकार की सच्चाई जनता के सामने आ गई है।
अपनी तिजोरी भरने के चक्कर में 2000 करोड़ का भ्रष्टाचार कर दाऊ भूपेश बघेल ने दिल्ली के शराब मॉडल को भी पछाड़ दिया है।
— Dr Raman Singh (@drramansingh) May 7, 2023
पहले भी पत्र लिखकर की शिकायत
पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने पहले भी इस मामले को उठाते हुए केंद्र सरकार को पत्र लिखकर इसकी शिकायत की है। रमन सिंह ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखा है और सीबीआई जांच की मांग की है। साथ ही पीडीएस घोटाले को छत्तीसगढ़ का अब तक का सबसे बड़ा घोटाला भी बताया है। पूर्व सीएम ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि गरीब के निवाले का चावल छीनने और गरीबों के चावल में डाका डालने का काम कांग्रेस सरकार ने किया है।