Raipur. छत्तीसगढ़ में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के संसद में सेंगोल पर बड़ा बयान दिया है। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा है कि दिखावा नहीं लेकिन प्रतीक के अर्थ को निभाया मोदी जी ने तो यह राजधर्म होगा। वहीं शराबबंदी को लेकर भी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा है कि कानून से वो बात नहीं होती, जनता चाहेगी तो सरकार को मदद करनी चाहिए। जितने भी अपराध हो रहे उसमे बहुत बड़ा हाथ शराब का हैं। अगर अपराध को बंद करना है तो शराबबंदी की जाए। इसके साथ साथ स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कई और मुद्दों को लेकर मीडिया से चर्चा की है।
मोदी जी ने निभाया तो यह राजधर्म होगा- अविमुक्तेश्वरानंद
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का कहना है कि जो पुरानी संसद थी लोकसभा अध्यक्ष की सीट के पीछे जहां धर्म है.. वहीं विजय हैं.. लिखा हुआ था। प्रतीकों के पीछे के अर्थों की उपेक्षा की जाती है, केवल प्रतीक सामने रखकर ऊपर ऊपर सब काम कर रहे हैं। केवल दिखावा से नहीं होता प्रतीक के अर्थ को निभाया गया तो मोदी जी के द्वारा ये राजधर्म होगा। नहीं निभाया गया तो कोई मतलब नहीं होगा।
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क्यों न हम रामराज्य की बात करें- अविमुक्तेश्वरानंद
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा है कि हिंदू राष्ट्र कहने वाले लोगों को जनता के सामने एक प्रारूप रखना चाहिए। ऐसा प्रारूप किसी ने नहीं रखा, प्रारूप सामने आए तो गुण दोष पर विचार किया जा सकता है। केवल नाम सुनने से अनुमान नहीं लगाया जा सकता। देश की आजादी के समय लोगों ने चर्चा उठाई। उस समय करपात्री महाराज ने कहा था हिंदू राष्ट्र से काम नहीं चलेगा, रामराज्य की आवश्यकता है। हिंदू राष्ट्र कहने में वो बात नहीं आती जो रामराज्य कहने से आती है। हम नए राज्य की स्थापना करना चाहते हैं तो क्यों न हम रामराज्य की बात करें।