SUKMA. सुकमा में नक्सल मोर्चे पर जवानों को बड़ी सफलता मिली है। जिले में एक साथ 33 से ज्यादा नक्सलियों ने सरेंडर किया है। इसमें इनामी नक्सली भी शामिल है। बताया गया कि बस्तर में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन पूना नर्कोम अभियान (नई सुबह- नई शुरुआत) और छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर सभी आत्मसर्पण किया है।
अब नक्सलियों की समस्याओं का समाधान करते हैं जवान
इस दौरान सुकमा पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा ने बताया कि नक्सलवाद के खात्मे के लिए लगातार अंदरूनी क्षेत्रों में सुरक्षा बल के नए कैंप स्थापित किए जा रहे हैं। नए कैंप के खुलने से क्षेत्र में विकास तेजी से हो रहा है। दरअसल, अंदरूनी क्षेत्र के ग्रामीण पुलिस से हमेशा से ही दूरी बनाए रखते थे। अब कैंप के जरिए सुरक्षा बल के जवान उनके नजदीक पहुंचकर उनकी समस्याओं का भी समाधान करने में जुटे हुए हैं। बीते दिनों अति नक्सल प्रभावित कहे जाने वाले डब्बामरका और तोंडामरका नवीन कैंप स्थापित किया गया। हर कैंप स्थापना के तीसरे ही दिन पुलिस का प्रभाव क्षेत्र में दिखने लगा, जिसको देखते हुए पुलिस ने नवीन कैंप डब्बा मरका में जनदर्शन शिविर का आयोजन किया।
इन नक्सलियों ने किया है आत्मसमर्पण
- दिरदो मुड़ा- डीएकेएमएस अध्यक्ष (1 लाख इनामी)