Raipur. छत्तीसगढ़ में पिछले 5 महीनों से ज्यादा समय से पंचायत दिवंगत शिक्षकों की पत्नियां लगातार धरना दे रही हैं। 5 महीनों के लगातार प्रदर्शन के बाद सोमवार को इन महिलाओं की पंचायत मंत्री रविंद्र चौबे से मुलाकात हुई है। मुलाकात के दौरान मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा है कि उनके साथ सरकार की संवेदना है। नियुक्तियां होंगी लेकिन पहले धरना खत्म करें। इसके जवाब में महिलाओं का कहना है कि सरकार इसके लिए पहले आदेश जारी करें तभी धरना खत्म होगा।
मंत्री रविंद्र चौबे ने दिया आश्वासन
20 मार्च को दिवंगत शिक्षाकर्मियों की पत्नियों ने पंचायत मंत्री रविंद्र चौबे से मुलाकात की है। इस दौरान पंचायत मंत्री रविंद्र चौबे ने दिवंगत शिक्षाकर्मियों की पत्नियों आश्वासन दिया है। रविंद्र चौबे ने कहा है कि उनके लिए छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार संवेदनशील है। दिवंगत शिक्षाकर्मियों की पत्नियों की नियुक्तियां की जाएंगी। लेकिन पहले धरना प्रदर्शन खत्म करना होगा। पीयून और टीचर के पद पर योग्यता और पात्रता अनुसार भर्तियां की जाएंगी।
विरोध में महिला ने कराया मुंडन
आंदोलन कर रही महिला शांति साहू ने सरकार के विरोध में 27 फरवरी को मुंडन भी करवाया है। मुंडन के दौरान काफी महिलाएं रो पड़ी थी। महिलाओं ने कहा कि सरकार से सिर्फ एक ही मांग है कि जल्द से जल्द अनुकंपा नियुक्ति दे। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नही देती तो आगामी दिनों में सभी महिलाएं मुंडन करवाएंगी और बड़ा विरोध प्रदर्शन होगा।
20 अक्टूबर से धरने पर बैठी हैं महिलाएं
अनुकंपा नियुक्ति शिक्षाकर्मी कल्याण संघ के अध्यक्ष माधुरी मृगे ने बताया कि 20 अक्टूबर 2022 से वे लगातार धरना दे रही हैं। इस दौरान पड़े त्योहारों में भी जो लगातार यहां बैठी हुई है। यहां तक कि दैनिक दिनचर्या के क्रियाकलाप और खाना भी वहीं बनाती खाती हैं। इस दौरान घोर ठंडी भी पड़ी और तमाम तरह की तकलीफे भी झेलनी पड़ी। माधुरी का कहना है कि मच्छर और सांप का खतरा लगातार बना ही रहता है।
क्या है महिलाओं की मांग?
माधुरी मृगे का कहना है कि सरकार से सिर्फ एक सूत्री मांग है। इसके तहत दिवंगत कर्मचारियों के आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति करने की बात कह रही हैं। माधुरी का कहना है कि दिवंगत कर्मचारियों के परिजनों की हालत दयनीय है जिसके कारण परिवार चलाना बहुत मुश्किल हो रहा है। मानवीय दृष्टिकोण से जीवन चलाने के लिए अनुकंपा नियुक्ति दिए जाने की काफी आवश्यकता है।