Raipur. छत्तीसगढ़ महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक का बड़ा बयान सामने आया है। किरणमयी नायक का कहना है कि छत्तीसगढ़ में युवाओं को अपनी स्वतंत्रता का गलत फायदा नहीं उठाना चाहिए। बच्चे इमैच्योर रहते ही भागकर लव मैरिज कर लेते हैं जो कि बाद में परेशानी का कारण बनता है। साथ ही किरणमयी नायक ने प्री-वेडिंग शूट को लेकर भी कहा है कि लड़कियों को इस चीज से बचना चाहिए।
क्या कहा किरणमयी नायक ने
अधिकांश लव मैरिज यहां हो रही है जो कि इमैच्योर बच्चों के बीच हो रही है। 18 साल की उम्र में लड़के लड़कियां भाग कर शादी करते हैं, उसके बाद जो परेशानी होती है उन लोगों को उससे पूरा परिवार समाज सब आंदोलित हो जाता है। ऐसे बहुत सारे मामले हमारे पास आते हैं। इसी से जुड़ा एक मामला है जिसमें उन्होंने लव मैरिज की फिर लड़की भाग कर चली गई तो उसका हस्बैंड आया था तब पता चला कि लड़की उसको छोड़ कर अभी पांचवी लव मैरिज की है। ऐसे केस हमारे पास आते हैं, जिसमें हमारी भी जिम्मेदारी होती है कि ऐसे बचपने से हर कोई बचने की कोशिश करें।
बंद होनी चाहिए प्री-वेडिंग कॉन्सिंल- नायक
किरणमयी नायक का कहना है कि मैरिज ऐसी चीज है भारतीयों के नस-नस में बसी हुई है। आज इसका बहुत विकृत रोग हो चुका है। आज के समय में युवा आजादी के नाम पर बिना शादी के साथ में यानी लिव इन रिलेशन में रहते हैं। लव मैरिज के नाम पर भाग कर शादी करते हैं और अंततः जो भारतीयों के खून में बसी परंपरा है शादी.. उन्हें लगता है कि इसके बिना पूरा नहीं हो सकता और जो लड़का अपने परिवार में 25 साल में बड़ा होता है, तब वह लड़का लड़की को अपने परिवार अपने समाज में एडजस्ट करने की कोशिश करता है। वहीं लड़की दूसरे परिवार से आई है तो एडजस्ट नहीं करना चाहती ऐसे बहुत सारे प्रकरण हैं और हर प्रकरण में बहुत वैरायटी हैं, कोई एक ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए जिसमें फ्री मैरिज काउंसलिंग हो। जिसमें मां बाप की भी मंजूरी मिलनी चाहिए।
प्री-वेडिंग मैरिज शूट भी बंद हो- नायक
छत्तीसगढ़ महिला आयोग की अध्यक्ष का कहना है कि कुछ दिन पहले मैंने प्री-वेडिंग शूट के लिए भी बोला था, जिसमें एक मामले में लड़की की शादी लग गई तेल हल्दी हो गया। प्री वेडिंग शूट भी मां-बाप ने करा दिया और लड़के की पुरानी प्रेमिका ने लड़के के घर पहुंच कर हंगामा कर दिया तो शादी टूट गई तो ऐसे में उस लड़की के साथ अन्याय हैं। कहीं दूसरी जगह शादी हुई और यह फोटो कहीं से बाहर आ गई तो उसका पति उसे कहीं अडजस्ट होने नहीं देगा। हमारे पास जो केस आते हैं, वैसे केस दुबारा ना आए इसलिए हम उनको उदाहरण की तरह उठाकर और लोगों को मैसेज देने की कोशिश करते हैं। यह मेरी व्यक्तिगत और निजी राय नहीं है।
स्वतंत्रता का हनन करने के पक्ष में नहीं- किरणमयी
किरणमयी का कहना है कि मैं बिल्कुल भी किसी की स्वतंत्रता का हनन करने के पक्ष में नहीं हूं, न ही ऐसी बात करती हूं। मैं सिर्फ यह कहना चाहती हूं कि स्वतंत्रता के नाम पर मनमानी नहीं करनी चाहिए आप अपनी स्वतंत्रता का पूर्ण उपयोग करें। लेकिन बाद में आएं और यह बोले कि इस लड़के को नहीं देखना चाहती हूं। 3 या 6 महीने हो गए और तब आप डाइवोर्स की बात करते हैं। ऐसे में जब आप लव मैरिज करते हैं तो उस रिश्ते को निभाने की ताकत ही रखें।