KORBA.चिटफंड कंपनियों से पीड़ित निवेशकों की जमा रकम वापसी की मांग को लेकर 20 जनवरी को छत्तीसगढ़ अभिकर्ता एवं उपभोक्ता सेवा संघ प्रदेश अध्यक्ष गगन कुंभकार, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य परमानंद पटेल तथा कोरबा जिलाध्यक्ष मदनलाल चंद्रा के नेतृत्व में सुभाष चौक से कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली और कलेक्टर को राज्यपाल अनुसुईया उइके तथा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम ज्ञापन सौंपा। इससे पहले धरना प्रदर्शन भी हुआ।
एक लाख लोगोंं ने 800 करोड़ रुपए किया था निवेश
ज्ञात रहे कि जिले के लगभग एक लाख से अधिक निवेशकों द्वारा 800 करोड़ रुपए की जमा पूंजी चिटफंड कंपनियों में लगाई गई है, जिसे लेकर कंपनियां फरार हो गई हैं। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार ने अपने घोषणा पत्र में चिटफंड कंपनियों में डूबा हुआ रकम वापस किए जाने का वादा किया था, लेकिन सरकार बने चार वर्ष बीत चुका है। फिर भी वर्तमान में कोरबा जिले में किसी भी कंपनी के निवेशकों का एक भी पैसा वापस नहीं हुआ है, जिससे वे काफी परेशान हैं। उनकी समस्याओं शासन तक पहुंचाने आज रैली व प्रदर्शन किया गया।
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कांग्रेस पार्टी ने जन घोषणा पत्र क्रमांक 34 में किया था वादा
संघ के प्रदेश अध्यक्ष गगन कुम्भकार के अनुसार 2018 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी द्वारा जन घोषणा पत्र क्रमांक 34 में चिटफंड कंपनी से पीड़ित निवेशकों की जमा पूंजी वापसी करने का उल्लेख प्रमुखता से लिया गया था। उसे देखकर छत्तीसगढ़ के सभी पीड़ित निवेशकों एवं अभिकर्ताओं ने कांग्रेस के ऊपर विश्वास कर अपना अमूल्य वोट देकर कांग्रेसी सरकार बनाने में भरपूर योगदान दिया। वहीं अब तक सरकार बने 4 वर्ष बीत चुके हैं, लेकिन 5 प्रतिशत भी निवेशकों की राशि वापस नहीं की गई है। इसी को याद कराते हुए रैली निकली गई।
रकम की वापिसी के लिए आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी
कुंभकार ने कहा कि डूबी हुई रकम वापस पाने के लिए आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी। प्रदेश भर के जिले में प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद जनवरी के अंतिम सप्ताह तक सभी विधायकों को मांग पत्र देते हुए ज्ञापन सौंपा जाएगा, जिससे वे विधानसभा में अपनी बात उठाएं। इसके बाद 1 फरवरी से तपोभूमि रायगढ़ से लेकर रायपुर तक पदयात्रा निकाली जाएगी। फिर सीएम भवन का घेराव किया जाएगा। फिर भी मांगे पूरी नहीं होने पर राजधानी में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा।