DANTEWADA. प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल आज दंतेवाड़ा के एक दिवसीय प्रवास पर रहे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आदिवासी समाज के आग्रह पर फागुन मड़ाई में आमंत्रित देवी देवताओं का विदाई कार्यक्रम में शामिल होने दंतेवाड़ा पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने दंतेवाड़ा की जीवनदायी शंकनी डंकनी नदी पर रिवर फ्रंट विकसित करने की घोषणा की। सीएम ने गीदम के मेडिकल कालेज का नाम मां दंतेश्वरी मेडिकल कालेज रखने की घोषणा के साथ ही गीदम को नये अनुविभाग बनाने की घोषणा भी की है। इस कार्यक्रम के बाद सीएम ने कलेक्टोरेट पहुंच एनएमडीसी के अफसरों की बैठक ली।
मुझे इस पर्व में शामिल होने वाला पहला मुख्यमंत्री होने का गौरव मिला
इसके पहले लगभग 2 बजे कारली हेलीपेड से वे सीधे मां दंतेश्वरी के दर्शन करने मंदिर पहुंचे। जहां उन्होंने प्रदेश की खुशहाली, विकास और शांति के लिए पूजा अर्चना की। फागुन मड़ाई में आमंत्रित देवी देवदाताओं के विदाई मंच पर आदिवासी परंपरा अनुसार पुजारियों ने सीएम को साफा बांधकर फागुन मंडाई 2023 कार्यक्रम में स्वागत किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि मुझे इस शुभ अवसर पर शामिल होने का मौका मिला। मुझे इस लोकप्रिय पर्व में शामिल होने वाला पहला मुख्यमंत्री होने का गौरव प्राप्त हुआ।
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अफसरों की बैठक लेकर उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिए
उन्होंने कहा कि हमने मां दंतेश्वरी की धरा से ही मलेरिया मुक्त बस्तर की शुरुआत की। हमने दंतेश्वरी माई के नाम से शुरू किया जिसके बाद से एयरपोर्ट अब निर्बाध रूप से संचालित हो रहा है लोगों को लाभ मिल रहा है। सीएम ने इस दौरान दंतेवाड़ा की जीवनदायी शंकनी डंकनी नदी पर रिवर फ्रंट विकसित करने की घोषणा के साथ ही गीदम के मेडिकल कालेज का नाम मां दंतेश्वरी मेडिकल कालेज रखने की घोषणा की। सीएम ने साथ ही गीदम को नए अनुविभाग बनाने की घोषणा भी की है। इस कार्यक्रम के बाद सीएम ने कलेक्टोरेट पहुंच एनएमडीसी के अफसरों की बैठक लेकर उन्हे आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।