RAIPUR. छत्तीसगढ़ में वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू होने के बाद भी सियासी बयान चल रहे हैं। इस बार सीएम भूपेश बघेल ने बड़ा बयान दिया है। सीएम ने कहा कि बिलासपुर से नागपुर के बीच शुरू हुई वंदेभारत एक्सप्रेस के उद्घाटन समारोह की छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को सूचना तक नहीं दी गई थी। भेंट-मुलाकात के लिए महासमुंद रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री रायपुर हेलीपैड पर मीडिया से चर्चा के दौरान यह जानकारी दी। दरअसल, हैलीपैड पर वंदे-भारत पर पूछे गए एक सवाल पर उन्होंने कहा कि जब ट्रेन छत्तीसगढ़ से शुरू हुई तो छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को निमंत्रण तो दे देते। आप नागपुर से शुरू किये यह अच्छी बात है। सीएम ने कहा कि छत्तीसगढ़ से ही ट्रेन शुरू हो रही है नागपुर जा रही है, उसमें भी कोई सूचना नहीं है। भारत सरकार का एक विभाग है रेल। वह जिस प्रदेश से रेल चला रहा है, उस प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक सूचना तक नहीं दे रहा है। कार्ड छपवाना तो दूर की बात है। सूचना तक देना मुनासिब नहीं समझा। यह एक बार नहीं है, ऐसा दूसरी बार किया है।
ट्रेन में आम आदमी चढ़ नहीं सकता
मुख्यमंत्री ने कहा, वंदे भारत शुरू हुआ है। प्रधानमंत्री ने प्रदेश को सौगात दिया है। लेकिन किराया इतना अधिक है कि इस ट्रेन में आम आदमी इसमें चढ़ नहीं सकता है। बड़े लोग चढ़ेंगे, उसमें पैसे वाले वाल लोग ही चढ़ेंगे। जो मध्यम वर्गीय लोग, गरीब लोग हैं, लोवर मीडिल क्लास के हैं वे जिन ट्रेनों में यात्रा करते थे उसे तो बंद कर दिया है।
जब ट्रेनें बंद रहीं तब सांसद-पूर्व सीएम के मुंह से एक शब्द नहीं निकलाः सीएम
सीएम ने आगे कहा कि 30-40 ट्रेन तो महीनों बंद रही। तब सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री के मुंह से एक शब्द नहीं निकला। एक ट्रेन शुरू हो गई तो पूरे छत्तीसगढ़ को सर पर उठा लिया। हम भी बधाई देते हैं, अच्छा है। एक नहीं 10 चले। पहली बात तो किराया कम होना चाहिए और दूसरी बात यह है कि जो 40 ट्रेनें बंद हुई हैं उस पर इनके सांसद चुप क्यों हैं। इतने दिनों तक चुप क्यों रहे। हमारे लोग मांग करते रहे लेकिन सांसद अरुण साव एक शब्द नहीं बोले। राजनांदगांव के सांसद भी एक शब्द नहीं बोले और न रमन सिंह ने कुछ कहा।