Dantewada. अरनपुर घटना में शहीदों को श्रद्धांजलि देने पहुँचे सीएम भूपेश बघेल माओवादियों से संवाद के मसले पर कहा है कि यदि वे संविधान पर भरोसा जताते हैं और हथियार छोड़ते हैं तो बातचीत से इंकार नहीं है।अरनपुर घटना में डीआईजी के दस जवान शहीद हो गए हैं। सीएम भूपेश और ताम्रध्वज साहू ने शहीदों की अर्थियों को कंधा दिया। इसी श्रद्धांजलि के दौरान बीजेपी प्रदेश प्रभारी शिव माथुर की सीएम बघेल से मुलाक़ात भी हुई, दोनों ने कुछ देर एक दूसरे से बात भी की। सीएम बघेल ने इस घटनाक्रम को लेकर दो बातें कहीं हैं पहला तो यह कि, यह फ़ोर्स के दबाव का परिणाम है और दूसरा उन्होंने बेहद सधे तरीक़े से ‘चूक’ की ओर ध्यान दिलाया है।
नक्सलियों से संवाद पर कहा सीएम भूपेश ने
नक्सलियों से संवाद के मसले पर सीएम भूपेश बघेल ने एक बार फिर सहमति दी है लेकिन अपनी शर्तों को भी दोहराया है। सीएम भूपेश ने कहा “वे भारत के संविधान पर भरोसा जताएँ, हथियार डाल दें, बातचीत हो जाएगी” यहाँ यह याद रखना चाहिए कि, जबकि कांग्रेस बीते विधानसभा चुनाव में मैदान में थी, तब भी यह विषय कांग्रेस की ओर से आया था। नक्सलियों से संवाद होना चाहिए इस विषय पर विचार तब भी कांग्रेस की ओर से व्यक्त किए गए थे। सरकार बनने के कुछ समय बाद तक यह लगा कि, अब आगे कुछ पहल होगी लेकिन फिर सीएम भूपेश का बयान आया कि, संवाद बिलकुल होगा लेकिन नक्सलियों को पहले भारत के संविधान पर भरोसा जताना होगा। इसके बाद लंबे अरसे तक इस विषय पर चुप्पी रही और आज एक बार सीएम भूपेश ने यह बात कही है लेकिन उन्हीं शर्तों के उल्लेख के साथ।
दोष नहीं दिया पर चूक का सधे तरीक़े से ज़िक्र किया सीएम भूपेश ने
26 अप्रैल को घटित अरनपुर की घटना जिसमें डीआरजी के दस जवान शहीद हुए, उस घटनाक्रम का ज़िक्र करते हुए सीएम भूपेश ने बग़ैर कोई दोष बताते हुए बेहद संयत तरीक़े से याद दिलाया है कि, नक्सल मोर्चे पर युद्ध की अपनी नीति और सावधानी के बेहद कड़े नियम हैं जिनका पालन नहीं होने से नुक़सान होता है। सीएम बघेल ने कहा “आईडियल पोजिशन तो यह है कि, पैदल आते,लेकिन जब सड़कें पक्की बनी हुई है तो उस हिसाब से रिस्क लिए और वो आए और ये दुर्घटना घटी है। वैसे भी पिछले समय आप देखेंगे मोटरसाइकिल से आ रहे थे, ब्लास्ट हुआ तब भी तीन जवान हमारे शहीद हुए थे।”
घटनाक्रम को माओवाद पर दबाव का परिणाम बताया
सीएम भूपेश ने घटनाक्रम को नक्सलियों पर बढते दबाव का परिणाम बताया है। सीएम बघेल
ने इलाक़े में खुल रहे कैंपो की वजह से माओवाद पर सिमट रहे इलाक़े का ज़िक्र करते हुए कहा है कि, यह घटना नक्सलियों की बौखलाहट है। विदित हो अरनपुर घटना और कैंप वाली रणवीति से माओवादियों की बौखलाहट क्यों है इस पर द सूत्र ने विस्तृत रिपोर्ट की है।
सीएम भूपेश और बीजेपी प्रभारी ओम माथुर की मुलाक़ात
श्रद्धांजलि स्थल पर ही सीएम भूपेश बघेल और बीजेपी प्रदेश प्रभारी ओम माथुर की मुलाक़ात हुई। दोनों ने एक दूसरे का अभिवादन किया और कुछ क्षण ही सही, पर बातचीत की है। छत्तीसगढ़ के भीतर यह पहला ऐसा सार्वजनिक अवसर था कि बीजेपी प्रदेश प्रभारी ओम माथुर और सीएम भूपेश के बीच मुलाक़ात हुई।
छत्तीसगढ़ बीजेपी प्रदेश प्रभारी ओम माथुर के नेतृत्व में बीजेपी ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। ओम माथुर के साथ केदार कश्यप महेश गागडा और संगठन मंत्री पवन साय भी मौजूद थे।