रायपुर में सीएम भूपेश बघेल ने अजय चंद्राकर के बयान पर किया पलटवार, बोले- किसी गरीब के घर भागवत होती तो ऐसा आदेश निकलवाते क्या

author-image
The Sootr CG
एडिट
New Update
रायपुर में सीएम भूपेश बघेल ने अजय चंद्राकर के बयान पर किया पलटवार, बोले- किसी गरीब के घर भागवत होती तो ऐसा आदेश निकलवाते क्या

RAIPUR. कुरुद में हुई भागवत कथा के बाद सियासत तेज हो गई है। पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर के बयान के बाद सीएम ने भी पलटवार किया है। दरअसल भागवत सुनने के लिए बीईओ ने आदेश जारी किया था। शिकायत के बाद अफसर को मुख्यमंत्री ने हटा दिया। इस कार्रवाई के बाद बीजेपी-कांग्रेस आमने-सामने आ गई हैं। पूर्व मंत्री और कुरुद विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि भागवत का अपमान किया गया है जिसका चुनाव में कांग्रेस को नुकसान होगा। इस बयान के बाद सीएम ने पलटवार किया है।



'गरीब के घर भागवत होती तो ऐसा आदेश निकलवाते क्या'



मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि अजय चंद्राकर के प्रति मेरी पूरी सहानुभूति है। उस बेचारे को ना नेता प्रतिपक्ष बनाया गया ना संगठन में कोई जगह मिली। विधानसभा में कितना हल्ला-गुल्ला करते हैं। उसके दबाव के चलते उसके घर में भागवत हो रही है। इसलिए बीईओ से आदेश निकलवा लिए। किसी गरीब के घर में भागवत होगी तो आदेश निकलवाएंगे क्या। यहां तो हजारों घर में भागवत हो रही है। क्या बीईओ ऐसा आदेश निकालता है कि गरीब के घर में भागवत हो रही है, उसमें जाएं, नहीं निकाल सकता न, पूर्व मंत्री हैं इसलिए उनके लिए आदेश निकाला है।



धर्म के नाम पर वोट लेती है बीजेपी



रामायण का आयोजन प्रदेश स्तर पर हो रहा है। ऐसा देश में कहीं नहीं है, तो वो हमको न सिखाएं। वो केवल धर्म को वोट का माध्यम समझते हैं। गाय का उपयोग केवल वोट के लिए करते हैं। धर्म का नाम वोट के लिए लेते हैं। क्या ऐसा करना शोभा देता है। क्या किसी और बीईओ ने या राज्य सरकार ने पहले ऐसा आदेश निकाला है। सैकड़ों हजारों गांव में हो रहा है भागवत कथा का आयोजन। पीड़ा इस बात की है कि किसान के घर में ऐसी भागवत हो तो बीईओ आदेश निकालेगा क्या, नहीं निकालेगा न, तो मैं किया हूं वो ठीक है या वो जो कर रहा था वो ठीक था।



ये खबर भी पढ़िए..



रायपुर में अजय चंद्राकर बोले- भागवत कथा को नहीं मानते भूपेश, सत्यनारायण ने कहा- राजनीतिक रूप से टिप्पणी करते हैं बीजेपी विधायक



अजय चंद्राकर ने सीएम पर साधा था निशाना



इस मामले में अजय चंद्राकर ने कहा था कि मुख्यमंत्री ने कुरुद बीईओ की एक छोटी भूल के कारण एक कुरुद और एक धमतरी के निकृष्ट कांग्रेसी के कहने पर कार्रवाई कर दी, तो क्या मुख्यमंत्री भागवत कथा और प्रेरक उद्बोधन सुनने आए सज्जन कांग्रेसियों को भी पद से हटाएंगे या निलंबित करेंगे ? चंद्राकर ने कहा कि मात्र भगवान श्रीराम की प्रतिमा लगाने से राम राज्य नहीं आ जाता। छत्तीसगढ़ में चारों ओर लूट, हत्या, डकैती, तस्करी, अवैध वसूली हर काम पर के लिए वसूली के साथ-साथ शराब की गंगा बह रही है। क्या यही रामराज्य है ? श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन मेरे घर में नहीं था वह बोल बम समिति ने आयोजित किया था।



सीएम भूपेश ने दिए थे कुरुद बीईओ को हटाने के निर्देश



गौरतलब है कि कुरुद में भागवत कथा सुनने के लिए बीईओ फतेह मोहम्मद कोया द्वारा आदेश जारी किए जाने की शिकायत को संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कुरुद बीईओ को तत्काल हटाने के निर्देश डीईओ को दिए थे। कुरुद में हो रहे भागवत कथा को सुनने का निर्देश बीईओ ने शिक्षकों को जारी किया था। इस आदेश के खिलाफ लोगों ने नाराजगी जताते हुए कुरुद बीईओ के खिलाफ जिला प्रशासन से शिकायत की थी।


CM Bhupesh Baghel statement सीएम भूपेश बघेल का बयान Politics on Bhagwat Katha in Chhattisgarh retaliated on former minister statement Kurud BMO suspension case छत्तीसगढ़ में भागवत कथा पर सियासत पूर्व मंत्री के बयान पर किया पलटवार कुरुद बीएमओ के सस्पेंड का मामला