Raipur. भगवान श्रीराम के ननिहाल यानि माता कौशल्या के मायके छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का आयोजन 1 जून से होने जा रहा है। इस वृहद कार्यक्रम में शामिल होने छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने देश के हर राज्य के मुख्यमंत्री और केंद्रशासित प्रदेशों के प्रशासनिक अधिकारियों को चिट्ठी लिखकर आमंत्रण भेजा है। प्रदेश में इस विराट आयोजन की तैयारियां जोरों पर हैं।
अरण्य कांड की नृत्य नाटिका का होगा मंचन
शास्त्रों के मुताबिक भगवान श्रीराम ने अपने वनवास काल में काफी समय छत्तीसगढ़ में भी गुजारा था। वहीं देश का एकमात्र कौशल्या मंदिर भी इसी राज्य में स्थित है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति की नगरी रायगढ़ के रामलीला मैदान में इस महोत्सव का आयोजन होने जा रहा है। इस महोत्सव के अंतर्गत अनेक प्रतियोगी कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
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सीएम भूपेश बघेल ने अपने खत में लिखा है कि छत्तीसगढ़ राज्य धार्मिक और सांस्कृतिक विरासतों का समृद्ध प्रदेश है। भगवान श्रीराम और उनकी माता कौशल्या और उनके जीवन चरित्र पर आधारित रामायण का छत्तीसगढ़ से गहरा ताल्लुक है। माता कौशल्या का जन्म तत्कालीन कौशल राज्य में हुआ था जो कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ राज्य कहलाता है। आगे सीएम ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य एक मात्र ऐसा राज्य है जहां माता कौशल्या को समर्पित मंदिर स्थापित है। यह मंदिर रायपुर जिले में चन्द्रखुरी नामक स्थान पर स्थित है। मुख्यमंत्री ने पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि भगवान राम धर्म व सदाचार के प्रतीक के रूप में हमारे देश सहित विदेशों में भी सर्वाधिक पूजनीय देवता है।
सीएम ने कहा कि आपके राज्य से रामायण ‘झांकी प्रदर्शन‘ समूह के प्रतिनिधि मंडल को आमंत्रित करते हुए हमें अत्यंत हर्ष का अनुभव हो रहा है। नृत्य नाटिका का विषय महाकाव्य रामायण के अरण्यकांड पर आधारित होगा। मुख्यमंत्री ने आग्रह किया है कि राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में आपके राज्य की गरिमामय उपस्थिति से कार्यक्रम की भव्यता व उत्साह में और अधिक वृद्धि होगी।